दार्जिलिंग: दार्जिलिंग लोकसभा सांसद राजू बिष्ट ने सामाजिक माध्यमों के जरिए दार्जिलिंग पहाड़, तराई और डुआर्स के लोगों तथा पूरे भारत के गोरखा समुदाय की ओर से असम के लोगों और गोरखा समाज की सेवा करते हुए ५० स्वर्णिम वर्ष पूरे करने पर अखिल असम गोरखा छात्र संघ (आग्सु) को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
सांसद ने कहा, “२६ दिसंबर १९७५ को स्थापित आग्सु आज हमारे समुदाय के लिए एकता, सशक्तिकरण और अधिकारों की मज़बूत आवाज बन चुका है। स्थापना काल से ही संगठन ने इस क्षेत्र के गोरखा समुदाय के सामने आने वाली शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चुनौतियों को उठाया है। असमभर फैले गोरखा समुदाय की पहचान सुरक्षित करने में आग्सु लगातार अग्रिम पंक्ति में रहा है।”
सांसद ने अपने संदेश में उल्लेख किया कि आग्सु ने विभिन्न पर्व-त्योहारों और कार्यक्रमों के माध्यम से गोरखा संस्कृति और विरासत के संरक्षण व प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सबसे महत्त्वपूर्ण यह कि आधुनिकीकरण के प्रभाव के बावजूद संगठन ने हमारी भाषा, परंपराओं और इतिहास को जीवंत बनाए रखने में सफलता पाई है।
उन्होंने कहा कि आग्सु ने अन्य समुदायों और जनजातियों के साथ मिलकर भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया है और असम की सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक संरचना में गोरखाओं के लिए समान और न्यायपूर्ण स्थान सुनिश्चित करने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है। आज आग्सु एक शक्तिशाली परिवर्तनकारी मंच के रूप में उभरा है, जो समुदाय को एकजुट कर उज्ज्वल भविष्य की ओर मार्ग प्रशस्त कर रहा है।
अंत में सांसद बिष्ट ने आग्सु के वर्तमान और पूर्व सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई देते हुए असम के गोरखाओं की आवाज बनने के लिए उनके निरंतर अथक प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया।











