ढाका: बांग्लादेश में रूस के राजदूत अलेक्ज़ेंडर ग्रिगोरियेविच खोजिन ने भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव को जल्द कम करने पर ज़ोर दिया है। ढाका स्थित रूसी दूतावास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंधों में सुधार करना बांग्लादेश, भारत और पूरे दक्षिण एशिया के हित में है।
राजदूत ने स्पष्ट किया कि रूस दोनों देशों के द्विपक्षीय मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता, लेकिन उनका मानना है कि तनाव बढ़ने से रोकने के लिए समझदारी भरा रास्ता अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने १९७१ के मुक्ति संग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि बांग्लादेश की आज़ादी में भारत की निर्णायक भूमिका रही थी और तत्कालीन सोवियत संघ ने भी उसका समर्थन किया था।
राजदूत खोजिन ने कहा, “बांग्लादेश जितनी जल्दी भारत के साथ तनाव कम करेगा, उतना ही बेहतर होगा।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास बढ़ी है और दोनों देशों ने अस्थायी रूप से वीज़ा सेवाएं रोक दी हैं। बांग्लादेश में १२ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले भारत को लेकर नाराज़गी खुलकर सामने आ रही है।
अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकारों का कहना है कि पश्चिमी देशों की ओर से बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति पर एकतरफ़ा प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जबकि रूस का रुख़ अपेक्षाकृत भारत के पक्ष में दिखाई देता है। जेएनयू के प्रोफ़ेसर राजन कुमार के अनुसार ऐतिहासिक रूप से भारत–रूस संबंध मज़बूत रहे हैं और उसी परंपरा की झलक मौजूदा रूसी बयान में भी दिखती है।
भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने भी कुछ पश्चिमी दूतावासों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए भारत-विरोधी बयानों की ओर ध्यान दिलाया है।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना इस समय भारत में रह रही हैं और बांग्लादेश सरकार उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है, जिसे भारत ने स्वीकार नहीं किया है।
विशेषज्ञों के अनुसार बांग्लादेश भारत के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम देश है। उसकी लगभग ९४ प्रतिशत सीमा भारत से जुड़ी है, जिससे सुरक्षा, व्यापार और संपर्क के मामलों में दोनों देशों की पारस्परिक निर्भरता स्पष्ट होती है।
इस पृष्ठभूमि में रूस का यह बयान क्षेत्रीय स्थिरता और भारत–बांग्लादेश संबंधों को संतुलन की ओर ले जाने वाला एक अहम कूटनीतिक संकेत माना जा रहा है।










