मोदी ने असम में जिस कारखाने की रखी आधारशिला, उससे इन राज्यों को भी मिलेगा यूरिया

PM at the occasion of Bhoomi Poojan of Urea Plant of Assam Valley Fertilizer and Chemical Company Ltd. at Namrup, in Assam on December 21, 2025.

नामरूप: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के डिब्रूगढ़ जिले में १०,६०१ करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ‘ब्राउनफील्ड अमोनिया–यूरिया कारखाना’ की आधारशिला रखी। असम वैली फर्टिलाइज़र एंड केमिकल कंपनी लिमिटेड (एभीएफसीसीएल) की वार्षिक यूरिया उत्पादन क्षमता १२.७ लाख मीट्रिक टन होगी और इसके १०३० से उत्पादन शुरू होने की संभावना है।
मोदी ने अपने दो दिवसीय असम दौरे के अंतिम दिन ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीभीएफसीएल) के मौजूदा परिसर में इस कारखाने की आधारशिला रखी। इसी वर्ष जुलाई में डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप में एभीएफसीसीएल का पंजीकरण किया गया था। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस परियोजना को इसी वर्ष मार्च में मंजूरी दी थी।
वार्षिक यूरिया उत्पादन क्षमता १२.७ लाख मीट्रिक टन:
एभीएफसीसीएल असम सरकार, ऑयल इंडिया, नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल), हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयुसीएल) तथा बीभीएफसीएल का एक संयुक्त उपक्रम है। मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले १५,६०० करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “एभीएफसीसीएल नामरूप अमोनिया–यूरिया कारखाने को एक आधुनिक, कम ऊर्जा खपत वाला, विश्वस्तरीय उर्वरक उत्पादन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसकी वार्षिक यूरिया उत्पादन क्षमता १२.७ लाख मीट्रिक टन होगी। इस परियोजना में अनुमानित निवेश १०,६०१ करोड़ रुपये है।”
कंपनी ने आगे बताया कि यह कारखाना असम, पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की उर्वरक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कारखाने से हजारों लोगों को रोजगार:
एभीएफसीसीएल ने कहा, “उर्वरक सुरक्षा के साथ-साथ यह कारखाना औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और क्षेत्रीय आर्थिक विकास के लिए एक प्रमुख प्रेरक शक्ति के रूप में६ कार्य करेगा। इससे सैकड़ों६ प्रत्यक्ष रोजगार और हजारों अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे।”
‘भूमि पूजन’ समारोह में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, अन्य मंत्री, सांसद, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। राज्य संचालित बीभीएफसीएल पूर्वी भारत की एकमात्र यूरिया उत्पादन इकाई है, जिसने जनवरी १९६९ से उत्पादन शुरू किया था।

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