नई दिल्ली: अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारी युद्ध के बाद यूक्रेन की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चल रही वार्ताओं के तीसरे दिन फिर से बैठक कर रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकारों और यूक्रेनी प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। दोनों पक्ष रूस से दीर्घकालिक शांति के प्रति स्पष्ट प्रतिबद्धता दिखाने का आग्रह कर रहे हैं।
फ्लोरिडा में हुई बैठक के दौरान जारी संयुक्त बयान में कहा गया, “दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी समझौते की शर्त यह है कि रूस तनाव कम करने और हिंसा रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाकर शांति के प्रति गंभीरता दिखाए।”
बयान में आगे कहा गया कि अधिकारियों ने भविष्य के एजेंडे पर भी चर्चा की, जिसमें युद्ध के बाद यूक्रेन के पुनर्निर्माण, संयुक्त आर्थिक पहलों और दीर्घकालिक परियोजनाओं पर सहयोग शामिल है।
यह वार्ताएँ ऐसे समय में हो रही हैं जब यूक्रेन और रूस के बीच लगभग चार साल से संघर्ष जारी है। इससे पहले क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी दूतों के बीच हुई बैठक के बाद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने यूक्रेन के मुख्य वार्ताकार रुस्तम उमेरोव से फ्लोरिडा में चर्चा की।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनका प्रतिनिधिमंडल यह समझना चाहता था कि क्रेमलिन वार्ताओं के दौरान पुतिन ने क्या संकेत दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुतिन लगातार शांति वार्ता में देरी कर रहे हैं, जबकि रूसी सेना हमलों को तेज करने की कोशिश कर रही है।
इस बीच, क्रेमलिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने अमेरिकी प्रतिनिधि जैरेड कुशनर की प्रशंसा की और कहा कि वह युद्ध को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।











