गान्ताेक: राजधानी एमजी मार्ग पर महिला, बालबालिका, वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन कल्याण विभाग द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस’ का कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक कल्याण विभाग और महिला, बालबालिका, वरिष्ठ नागरिक तथा दिव्यांगजन कल्याण विभाग के मंत्री साम्डुप लेप्चा मुख्य अतिथि थे।
मुख्य अतिथि लेप्चा ने अपने संबोधन में सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे विभिन्न क्षमताओं वाले व्यक्तियों को समान अधिकार और हैसियत के नागरिक के रूप में स्वीकार करें। उन्होंने उनकी क्षमता और संभावनाओं को पहचानने का आग्रह किया और श्रवण-अक्षम कलाकार द्वारा प्रस्तुत आत्मविश्वासी नृत्य को उदाहरण के रूप में बताया। शिक्षकों और प्रशिक्षकों के सतत प्रयास की भी उन्होंने प्रशंसा की।
कार्यक्रम में आईसीडीएस, डब्ल्युसीएससी और डीडब्ल्युडीकी निदेशक उर्वशी पौडेल तथा सिलगढ़ी ग्रेटर लायन्स आई अस्पताल के सीईओ डॉ. राजेश सैनी ने भी संबोधन दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पाल्जोर नम्ग्याल गर्ल्स स्कूल की छात्राओं के पाइप बैंड प्रदर्शन से हुई। इसके बाद, विभिन्न क्षमताओं वाले बच्चों, विशेष विद्यालय के छात्रों और पीडीसीएस प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं।
सरकार ने दिव्यांगजन दंपतियों के विवाह सहयोग के लिए एक बार के लिए २ लाख रुपयों का अनुदान प्रदान करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, हाफवे होम, देवराली मायाल्मु संघ, आसाम लिंग्जेई को सहायता अनुदान भी प्रदान किया गया।
दिव्यांगजन के देखभाल करने वाले कर्मचारियों और स्वयंसेवकों को उनके समर्पित सेवाओं के लिए नकद पुरस्कार दिया गया। साथ ही, २७ से २९ नवम्बर २०२५ तक आसाम, गुवाहटी में आयोजित दूसरे पारा स्पोर्ट्स मिट के पदक विजेता और प्रतिभागी अधिकारियों को स्मृति चिन्ह और ५०,००० रुपयों का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।











