कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण विकास से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं की बकाया राशि न दिए जाने के बावजूद राज्य का विकास कभी रुका नहीं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के १४ वर्षों के शासन में राज्य में दो करोड़ से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं और आने वाले समय में एक करोड़ अतिरिक्त नौकरियां बनाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने अपने १४ वर्ष के शासन का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल मनरेगा, ग्रामीण आवास तथा ग्रामीण सड़क निर्माण जैसे कार्यक्रमों में लगातार चार बार देश में शीर्ष पर रहा।
बनर्जी के अनुसार, “केंद्र द्वारा धन रोके जाने के बाद भी हमने अपने संसाधनों से परियोजनाएं जारी रखीं। चुनाव नजदीक है, केंद्र अब हमारा बकाया कब चुकाएगा?”
‘लक्ष्मी भंडार’ से २.२ करोड़ महिलाएं लाभान्वित:
बिहार की नई राजग सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पैसा बांटने और बाद में बुलडोजर चलाने की प्रवृत्ति बंगाल की संस्कृति नहीं है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में २.२ करोड़ महिलाएं ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना के तहत सहायता पा रही हैं।
सरकार ने ‘खाद्य साथी’ योजना पर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिससे नौ करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए। वहीं, दुआरे राशन के लिए १,७१७ करोड़ रुपये खर्च किए गए।
स्वास्थ्य बजट ६ गुना बढ़ा:
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि १४ वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट छह गुना बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास और एमएसएमई सेक्टर में पश्चिम बंगाल अब देश के लिए एक मॉडल के रूप में उभर रहा है तथा विदेशी पर्यटकों के पसंदीदा राज्यों में दूसरे स्थान पर है।










