दार्जीलिंग के मंदरिन संतरे को मिला जीआई टैग

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मिरिक: मिरिक सहित दार्जीलिंग में उत्पादित मंदरिन संतरे को भौगोलिक संकेत (जीआई) की मान्यता प्राप्त हुई है। इस उपलब्धि का प्रमाण–पत्र कुछ ही दिनों में हाथ में मिल जाएगा, यह जानकारी रीज़नल रिसर्च स्टेशन कालेबुङ के पूर्व प्रोफेसर डा. तुलसी शरण घिमिरे ने दी।
आज मिरिक में दार्जीलिंग ऑरेंज फ़ार्मर्स प्रोड्यूसर्स ऑर्गनाइज़ेशन, मिरिक महकुमा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित संतरा किसानों और संगठन के सदस्यों को उन्होंने यह जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम का संचालन संगठन के संयोजक एवं योजना निदेशक जीवन कुमार राय ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा. घिमिरे ने कहा कि वर्ष २०२२ से मिरिक के संतरा किसानों की सक्रिय संस्था दार्जीलिंग ऑरेंज फ़ार्मर्स प्रोड्यूसर्स ऑर्गनाइज़ेशन के चेयरमैन मनोज सुब्बा के नेतृत्व में मिरिक और दार्जीलिंग पहाड़ में उत्पादित स्वादिष्ट एवं रसीले मंदरिन संतरे को जीआई टैग दिलाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसके बाद उन्होंने भी इस दिशा में गंभीर पहल की।
इसी प्रकार, संगठन के चेयरमैन मनोज सुब्बा ने इस उपलब्धि के लिए डा. तुलसी शरण घिमिरे सहित पूरी टीम और भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मंदरिन संतरे को मिला यह भौगोलिक संकेत दार्जीलिंग पहाड़ के किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगा।

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