नई दिल्ली: फ्रांसीसी नौसेना ने इस्लामाबाद समर्थित आतंकियों के खिलाफ भारत द्वारा संचालित कथित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान के एक मीडिया चैनल द्वारा फैलाई गई “गलत और भ्रामक जानकारी” पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
क्या था पाकिस्तानी मीडिया का दावा?
रिपोर्ट के अनुसार, जियो टीवी ने २१ नवंबर को एक खबर प्रसारित की थी, जिसमें कहा गया था कि एक फ्रांसीसी नौसेना कमांडर ने “पाकिस्तान की एयर सुपरियोरिटी” को स्वीकार किया है। इसके साथ ही यह भी दावा किया गया कि मई में सीमा क्षेत्र में हुए एक संघर्ष के दौरान भारतीय जेट मार गिराए गए थे, जिसमें २६ लोगों की मौत का उल्लेख किया गया था।
फ्रांसीसी नौसेना की आधिकारिक प्रतिक्रिया:
फ्रांसीसी नौसेना ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह झूठा और मनगढ़ंत बताते हुए कहा, “खबर में जिन ‘कैप्टन लॉने’ का ज़िक्र है, उन्होंने किसी भी प्रकार का इंटरव्यू या बयान देने की अनुमति नहीं दी थी।”
“रिपोर्ट में शामिल जानकारी अत्यधिक गलत, गढ़ी हुई और तथ्यों से परे है।”
नौसेना के अनुसार, कैप्टन लॉने की भूमिका सिर्फ फ्रांस के लान्डिविसियाउ नेवल एयर स्टेशन के कमांडर तक सीमित है, जहाँ राफेल–एम मरीन फाइटर जेट तैनात हैं।
पाकिस्तानी मीडिया ने उन्हें झूठा दिखाते हुए भारत–पाकिस्तान सैन्य संघर्ष में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी की तरह पेश किया।
कैप्टन लॉने ने ऑपरेशन सिंदूर को न तो कभी स्वीकार किया है और न ही खंडन।
उन्होंने भारतीय राफेल को चीन के सिस्टम द्वारा जाम किए जाने के दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की थी।
उन्होंने चीनी जे-१० विमान पर भी कभी कोई बयान नहीं दिया— जो दावा जियो टीवी ने गलत रूप से प्रस्तुत किया।










