शी जिनपिंग से कोरिया में की बैठक
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुरुवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर रहे हैं। इस बैठक को दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के बीच शुल्क (टैरिफ) विवाद को कम करने का अवसर माना जा रहा है।
व्हाइट हाउस में दूसरे कार्यकाल के बाद ट्रंप ने आक्रामक टैरिफ लगाए, जिसके जवाब में चीन ने दुर्लभ धातुओं (रेयर अर्थ) के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया। इसी कारण यह बैठक आवश्यक हो गई थी। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ट्रंप आयातित वस्तुओं पर १००% अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी पर अब अमल नहीं करेंगे। चीन ने भी दुर्लभ धातुओं पर नियंत्रण ढीला करने और अमेरिका से सोयाबीन खरीदने की इच्छा जताई।
दक्षिण कोरिया जाते समय ‘एयर फोर्स वन’ में ट्रंप ने कहा कि वह फेंटानिल उत्पादन से जुड़े शुल्क में कमी पर विचार कर रहे हैं और चीन के साथ रिश्ते बहुत अच्छे हैं।
बैठक से ठीक पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि यह बैठक जी२ होगी, यानी अमेरिका और चीन के बीच की महत्वपूर्ण आर्थिक बैठक। बैठक बुसान (दक्षिण कोरिया) में हो रही है, जो ग्योंगजू से लगभग ७६ किमी दक्षिण में स्थित है।
दोनों देशों के अधिकारी पहले कुआलालंपुर में मिले थे ताकि बैठक की रूपरेखा तय की जा सके। बैठक तीन से चार घंटे तक चलेगी और उसके बाद ट्रंप वाशिंगटन लौटेंगे।
 
								



 
								

 
															 
                     
								 
								 
															 
								 
								 
								




