नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा में अगले महीने होने वाले वर्ल्ड कप फाइनल्स से पहले भारतीय बॉकसिंग टीम को बड़ा झटका लगा है। टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगी।
वर्ल्ड कप फाइनल्स में प्रत्येक भार वर्ग में विश्व के शीर्ष ८ बॉक्सर ही खेलेंगे। लवलीना ने वर्ल्ड कप फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था और उन्हें पदक जीतने की प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन नाक की बढ़ी हड्डी के कारण उन्होंने टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया। अब वह अपनी नाक की सर्जरी कराएंगी।
लवलीना वर्ल्ड कप फाइनल्स की तैयारियों के लिए एनआईएस पटियाला में चल रहे कैंप में भी शामिल नहीं हुईं। २०२३ की वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता लवलीना ने भारतीय बॉकसिंग महासंघ को टूर्नामेंट में खेल न पाने के बारे में सूचित किया है।
उनके भार वर्ग ७५ किग्रा में पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन स्वीटी बूरा हिस्सा लेंगी। इसी तरह दो बार की वर्ल्ड चैम्पियन निकहत जरीन (५१ किग्रा), लीवरपूल में वर्ल्ड चैम्पियन बनने वाली जेस्मिन (५७ किग्रा), उसी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली मीनाक्षी हुड्डा (४८ किग्रा), रजत पदक विजेता नुपुर श्योरान (८० किग्रा से अधिक) और कांस्य पदक विजेता पूजा रानी (८० किग्रा) भी शीर्ष ८ में रहकर वर्ल्ड कप फाइनल्स में हिस्सा लेंगी।
पुरुष वर्ग में जदुमणि सिंह और अभिनाष जामवाल ने क्वालीफाई किया है। लेकिन आयोजक देश होने के कारण भारत को पुरुष और महिला वर्ग में सभी १०-१० भार वर्गों में हिस्सा लेने की अनुमति मिली है। सभी भार वर्गों में बॉक्सर भेजने वाला भारत एकमात्र देश होगा।











