प्रीतम शर्मा
शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या पर विभिन्न शोध रिपोर्ट प्रकाशित हुई हैं।
अमेरिका में किए गए एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला है कि किसी व्यक्ति के आहार में वसा(चरबी) की मात्रा और प्रकार शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या को प्रभावित करते हैं।
भोजन में ‘संतृप्त’ वसा का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। शोधकर्ताओं ने खराब प्रजनन क्षमता के साथ भी इसका संबंध स्थापित किया है।
जर्नल ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल में प्रजनन एंडोक्रिनोलॉजी की शोधकर्ता जिल एटमैन ने पाया कि अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने वाले अमेरिकी पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम थी।
इसके अलावा, एटमैन की टीम ने कहा कि ओमेगा-३ पॉलीअनसेचुरेटेड वसा से भरपूर आहार खाने से पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या बढ़ती है। मछली और वनस्पति तेलों में पाए जाने वाले ओमेगा-३ पॉलीअनसेचुरेटेड वसा का स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
एक पूर्व अध्ययन ने भी मोटापे और शुक्राणुओं की गुणवत्ता के बीच संबंध का सुझाव दिया था।
 
								



 
								

 
															 
                     
								 
								 
															 
								 
								 
								




