सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी आश्रम पाड़ा के एक बालक बिभास दास मोमबत्तियों और दीयों का एक अनूठा संग्रह लेकर आए हैं। बिभास ने कहा कि मोमबत्तियाँ और दीये हमें बहुत जागृत करते हैं। इस काली पूजा दिवाली में, मोमबत्तियाँ और दीये अंधकार को दूर करके प्रकाश की खोज का मार्ग प्रशस्त करते हैं। मोमबत्तियाँ और दीये हमारे लिए केवल वस्तुएँ नहीं हैं, ये हमारे लिए परंपरा के वाहक और वाहक हैं। इसलिए हमें आने वाली पीढ़ियों के हाथों में मोमबत्ती, अगरबत्ती और दीये की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए। ताकि भविष्य में इन चीजों की निरंतरता बनी रहे।