काठमांडू: नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर ‘अरेस्ट केपी ओली ’ अभियान शुरू हो गया है।
यह अभियान जेन-जी (जेन ज़ि) आंदोलन से जुड़े युवाओं और अगुवाओं द्वारा चलाया जा रहा है। उनका कहना है कि जेनजी आंदोलन के दौरान राज्य पक्ष से की गई हिंसा और दमन के लिए तत्कालीन सरकार के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
जेनजी की अगुवा रक्षा बम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा: “अधिकार मांगने गए निहत्थे विद्यार्थियों पर जिस दम्भ और अहंकार से गोलियाँ चलाई गईं, उसका हिसाब होना जरूरी है। मधेश विद्रोह के समय ‘कुछ सड़े आम गिर गए’ कहने वाला व्यक्ति, जेनजी आंदोलन में निहत्थे युवाओं पर गोली चलाने का आदेश देने वाला व्यक्ति, आज भी मज़ाक सुनाकर लोगों का मनोरंजन कर रहा है। हत्यारों को कानून के दायरे में लाया जाए।”
इसी पोस्ट को साझा करते हुए जेनजी अभियान के एक अन्य नेता युजन राजभंडारी ने लिखा
“हर गोली का हिसाब होगा।
इसके बाद कई अन्य जेनजी कार्यकर्ता और आम नागरिकों ने भी इस ट्रेंड को आगे बढ़ाया।
सिर्फ ओली ही नहीं, तत्कालीन गृह मंत्री रमेश लेखक को भी गिरफ्तार किए जाने की मांग सोशल मीडिया पर उठ रही है।
जेनजी आंदोलन के पहले दिन हुई हिंसा में कई छात्रों की मौत के बाद लोगों ने राज्य की “निर्दयता” की निंदा करते हुए कहा कि उस घटना की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदारों की गिरफ्तारी ही न्याय का पहला कदम होना चाहिए।