चटगांव: चकमा सर्कल के प्रमुख बैरिस्टर देबाशीष रॉय ने आज कहा कि बांग्लादेश की हर सरकार चटगांव पहाड़ी क्षेत्र में महिलाओं को यौन हिंसा से बचाने में विफल रही है।
उन्होंने कहा, “चटगांव पहाड़ी क्षेत्र में दशकों से बलात्कार की घटनाएँ होती रही हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई भी सरकार महिलाओं की सुरक्षा, ऐसे अपराधों को रोकने और बलात्कारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए उचित कदम उठा रही है।”
उन्होंने यह टिप्पणी आज दोपहर रंगमती के रंगपानी फुटबॉल मैदान में डॉ. रामेंदु शेखर दीवान मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट२०२५ के उद्घाटन समारोह में की।
खागड़ाछड़ी में हाल ही में एक नाबालिग के साथ हुए बलात्कार की निंदा करते हुए, उन्होंने दोषियों के लिए कड़ी सजा की मांग की। उन्होंने कहा, “जब ऐसे अपराध होते हैं तो लोग स्वाभाविक रूप से चिंतित और क्रोधित होते हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और इसे हल्के में नहीं लेगी।”
उद्घाटन कार्यक्रम में सीएचटी क्षेत्रीय परिषद के अध्यक्ष ज्योतिरिंद्र बोधिप्रिय लार्मा (संतु लार्मा), पीसीजेएसएस के केंद्रीय उपाध्यक्ष उषातन तालुकदार, मानवाधिकार आयोग की पूर्व सदस्य निरूपा दीवान, बांग्लादेश इंडिजिनस फोरम हिल रीजन की अध्यक्ष प्रकृति रंजन चकमा, सीएचटी क्षेत्रीय परिषद के सदस्य गौतम चकमा और अन्य उपस्थित थे।
तीन पहाड़ी जिलों में सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट माने जाने वाले इस टूर्नामेंट में तीसरी बार २४ टीमें भाग ले रही हैं।