सिलीगुड़ी: मानसून की वापसी का समय भले ही शुरू हो गया हो लेकिन पूर्वी भारत के कई राज्यों में अभी भी मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हालात सबसे ज्यादा गंभीर हैं। कोलकाता में भारी बारिश के कारण कम से कम ११ लोगों की मौत हो गई है।जिनमें से ८ की मौत बिजली का करंट लगने से हुई। शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं जहां गरिया में कुछ ही घंटों में ३३२ मिलीमीटर और जोधपुर पार्क में २८५ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
शहर की सड़कें ही नहीं बल्कि रेलवे यार्ड तक पानी में डूब गए हैं। भारी बारिश के चलते यहां अब तक ११ लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश की वजह से कोलकाता की दुर्गा पूजा का हर्षोल्लास भी फीका पड़ गया है और पूरे कोलकाता में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आईएमडी के जारी किए गए अलर्ट में कहा गया कि २६ सितंबर २०२५ तक कोलकाता सहित कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की आशंका है. राज्य सरकार ने स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है. सीएम ममता बनर्जी तक ने कह दिया कि ऐसी बारिश कभी नहीं देखी थी।
बीती रात कोलकाता में तेज बारिश की वजह से कई इलाकों में जलभराव हो गया।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने कोलकाता और दक्षिण बंगाल के कई हिस्सों में हालात बिगाड़ दिए हैं। मंगलवार रात हुई तेज बरसात के बाद शहर की सड़कों और निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो गई. सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जलभराव के कारण बस, टैक्सी, मेट्रो और रेलवे सहित अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाएं लगभग ठप पड़ गई हैं. भारी बारिश की वजह से कम से कम ३० उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि कई अन्य में घंटों की देरी हुई. मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने २४ और २५ सितंबर को स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया है। आईएमडी ने बताई कोलकाता में भारी बारिश की वजह
कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार (२३ सितंबर) की रात को मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. कुछ ही घंटों में शहर के कई हिस्सों में ३३० मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि अधिकांश इलाकों में औसतन २५० मिमी से ज्यादा वर्षा हुई. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते दक्षिण बंगाल के कई जिलों में अगले २४ घंटों तक भारी बारिश की संभावना है।
विभाग ने चेतावनी दी है कि पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण २४ परगना, झारग्राम और बांकुड़ा जिलों में बुधवार तक तेज वर्षा हो सकती है. इसके अलावा, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि २५ सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के पास एक और नया निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जिससे बारिश का यह सिलसिला और लंबा खिंच सकता है।समय से पहले दुर्गा पूजा की छुट्टियां दे दी गईं: दुर्गा पूजा को ध्यान में रखते हुए पहले ही छुट्टियों की घोषणा कर दी गई थी, लेकिन हालात को देखते हुए छुट्टियों की अवधि और बढ़ा दी गई है. बारिश का यह सिलसिला लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ा रहा है और प्रशासन सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है।
लगातार बारिश से कोलकाता समेत कई हिस्सों में जलभराव और नालों के उफान ने रोजमर्रा की गतिविधियों को ठप कर दिया है. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि पश्चिम बंगाल सरकार ने दुर्गा पूजा की छुट्टियों की तारीखें पहले ही घोषित कर दी हैं।शिक्षामंत्री ने किया २४ और २५ सितंबर को छुट्टी का ऐलान: राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा, “राज्य में अभूतपूर्व आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है. मौजूदा हालात में छात्रों को राहत देने और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री की सलाह के आधार पर २४ और २५ सितंबर २०२५ को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.” सरकार के इस कदम से छात्रों और अभिभावकों को राहत जरूर मिलेगी, लेकिन लगातार बारिश ने लोगों के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। शहर में यातायात से लेकर सामान्य जीवन तक बुरी तरह प्रभावित हो गया है।