दक्षिण कालकत्ता लॉ कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल नैना चटर्जी ने मंगलवार को प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं विधायक अशोक देव के घर जाकर अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। हालाँकि, इसे अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।
पिछले दिनों कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा से बलात्कार की घटना सामने आई थी, जिसमें मुख्य अभियुक्त एक छात्र नेता बताया जा रहा है। नैना चटर्जी पर अप्रत्यक्ष सहयोग के आरोप लगे थे। घटना वाले दिन रजिस्टर बुक में उनके हस्ताक्षर को लेकर भी विवाद हुआ था।
कलकत्ता विश्वविद्यालय की कार्यवाहक कुलपति शांता दत्ता डे ने इस मामले की पूरी जाँच करने की बात कही थी। चटर्जी ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि कॉलेज को सुचारु रूप से चलाने में उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा और वे लंबे समय से मानसिक दबाव में थीं।