कोलकाता, टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (टीआरएसएल) ने भारतीय नौसेना के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित तीसरे डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (डीएससी) का जलावतरण किया। यह क्राफ्ट रक्षा मंत्रालय की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत बनाए जा रहे ५ डीएससी की श्रृंखला का हिस्सा है।
लांच समारोह में वाइस एडमिरल सुरज बेरी की पत्नी कंगना बेरी ने परंपरागत रीति से नामकरण और जलावतरण किया। यह पोत हुगली नदी में उतारा गया।
ये कैटामरन-प्रकार के उन्नत क्राफ्ट हैं, जिनमें अत्याधुनिक स्वदेशी उपकरण लगे हैं। नौसेना की कमांड क्लियरेंस डाइविंग टीमें (सीसीडीटीएस) इन्हें पानी के नीचे मरम्मत, रखरखाव और बचाव कार्यों में इस्तेमाल करेंगी। साथ ही यह नौसेना के डाइविंग कैडर के लिए प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में भी काम करेंगे।
टीआरएसएल के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी ने कहा कि यह उपलब्धि भारत की नौसैनिक शिपबिल्डिंग क्षमता और आत्मनिर्भरता की दिशा में अहम कदम है।
अब तक कंपनी ने नौसेना, कोस्ट गार्ड और राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान के लिए ३५ से अधिक विशेष पोत तैयार किए हैं। हाल ही में फलता शिपयार्ड के विस्तार और जीएसआई के लिए २ अनुसंधान पोत बनाने का भी आदेश मिला है।