कोलकाता: नौ सालों के बाद स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की परीक्षा रविवार, ७ सितंबर को राज्यभर के ६३६ केंद्रों पर आयोजित की गई। यह परीक्षा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद लगभग २६ हजार शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नौकरी रद्द होने के बाद पहली बार हो रही थी।
एसएससी के अनुसार, इस बार कुल ५ लाख ६५ हजार उम्मीदवार परीक्षा देने वाले थे, जिसमें ३ लाख १९ हजार ९१९ उम्मीदवार शामिल हुए। कक्षा ९-१० के शिक्षकों के २३,२१२ रिक्त पदों को भरने के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई।
परीक्षा केंद्रों पर कई परीक्षार्थी सुबह १० बजे से ही पहुंचे। परीक्षा दोपहर १२ बजे से १:३० बजे तक चली। दिव्यांग उम्मीदवारों को अतिरिक्त ३० मिनट का समय दिया गया।
नए अभ्यर्थियों में उत्साह देखने को मिला, जबकि २०१६ पैनल के नौकरी खोए शिक्षकों में चिंता और झिझक थी। कई परीक्षार्थी यूपी, बिहार, झारखंड और राजस्थान से भी परीक्षा देने आए थे।
परीक्षा देने के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रश्न पत्र अपेक्षाकृत आसान था। अनुभव वाले शिक्षकों के लिए परीक्षा सरल रही, जबकि पहली बार बैठने वाले उम्मीदवारों को थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा।