नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भारत-इंग्लैंड दौरे के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के सीमित उपयोग पर अपने विचार साझा किए हैं। भारत पांचवां टेस्ट मैच खेलने के लिए इंग्लैंड जाएगा। पहला टेस्ट मैच २० जून से हेडिंग्ले में शुरू होगा। भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पुष्टि की है कि चोट से बचने के लिए बुमराह का टेस्ट सीरीज में सीमित तरीके से उपयोग किया जाएगा और वह अधिकतम 3 टेस्ट मैच खेलेंगे। भारतीय टीम प्रबंधन ने चोट से बचने के लिए बुमराह के रनिंग वर्कलोड को मैनेज करने पर विशेष ध्यान दिया है। बुमराह को पिछले साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान भी इसी तरह की चोट लगी थी। चैंपियंस ट्रॉफी देखने के बाद बुमराह ने हाल ही में संपन्न आईपीएल २०२५ में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए असली प्रदर्शन किया। ऐसे में आकाश चोपड़ा ने बुमराह को मुश्किल परिस्थितियों में ही इस्तेमाल करने की सलाह दी। चोपड़ा के मुताबिक भारत को एक अनुभवी तेज गेंदबाज की जरूरत होगी, खासकर बर्मिंघम और द ओवल (दूसरे और पांचवें टेस्ट) में। उन्होंने कहा, बुमराह को मुश्किल परिस्थितियों में खेलना आकर्षक होगा क्योंकि मुश्किल परिस्थितियों में आपको हमेशा अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की जरूरत होती है। बुमराह मुश्किल गेंदबाजी परिस्थितियों में बेहतरीन होंगे और मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने में विराट कोहली की जरूरत नहीं होगी। बर्मिंघम और ओवल में पिच पर बल्लेबाजी उपयोगी होगी और यहीं भारत को बुमराह की जरूरत होगी। ऐसे में वह प्रभाव डाल सकते हैं। भारत के बल्लेबाज रोहित शर्मा, कोहली और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है, इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में काम आएंगे। शुभमन गिल के कप्तान होने से युवा भारतीय टीम में अनुभव की कमी होगी। इस पर चोपड़ा ने कहा, युवा टीम पर अतिरिक्त दबाव होगा जिससे उसका प्रदर्शन और मुश्किल होगा, लेकिन टीम को कुछ छूट भी मिलेगी। हां, टीम को युवा माना जाता है, इसलिए यह कुछ समय के लिए उनके साथ रहेगी। इसके अलावा, हर बार जीत की उम्मीद करना यथार्थवादी नहीं होगा। अनुभवी टीम पर जीत का दबाव होगा जबकि युवा टीम एक अलग तरह के दबाव में होगी।