काठमांडू: नेपाली कांग्रेस के नेता शंकर भण्डारी और राजेन्द्र बजगाईं ने पृथ्वीनारायण शाह के विषय में प्रधानमंत्री ओली द्वारा दिए गए अभिव्यक्ति में आपत्ति जताई है। उन्होंने आपत्ति जताते् हुए कहा कि राष्ट्र निर्माता का अपमान करने का अधिकार प्रधानमंत्री ओली को नहीं है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री का बयान, जिसका पार्टी ने समर्थन किया है, अस्वीकार्य है और उन्हें वैकल्पिक गठबंधन की दिशा में काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि “बौद्धिक वर्ग समक्ष कांग्रेस समर्थित प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए अभिव्यक्ति प्रति मेरी आपत्ति है। राष्ट्र निर्माता का अपमान करने का अधिकार प्रधानमंत्री ओली को नहीं है।” नेता भण्डारी ने कहा “मैं इस बारे में पार्टी सभापति की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में हूँ। यदि सभापति और पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है तो हम मेरे नेतृत्व में केन्द्रीय समिति बुलाऐंगे और इस सरकार को दिए गए समर्थन वापस लेने का निर्णय करेंगे।”
इसी तरह सांसद राजेन्द्र बजगाईं ने पृथ्वीनारायण शाह और कांग्रेस प्रति के अभिव्यक्ति को आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह ओली का रवैया रहा तो वैकल्पिक गठबंधन के गृहकार्य में कांग्रेस के जुट्ने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा, “हम प्रधानमंत्री द्वारा कही गई हमारी पार्टी के प्रति गलत मंशा और ‘आंगन में मत लड़ो’ कहने में उनका हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने कहा यह नेपाली कांग्रेस है – यहां मतभेद, बहस और असहमति का सम्मान किया जाता है, दबाया नहीं जाता।