अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने जॉर्जिया मेलोनी का घुटनों पर बैठकर स्वागत किया

IMG-20250517-WA0128

कोलकाता: अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने जॉर्जिया मेलोनी का घुटनों पर बैठकर स्वागत किया।
अल्बानिया की राजधानी तिराना में आयोजित यूरोपीय राजनीतिक समुदाय (ईपीसी) की बैठक में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने कूटनीति की दुनिया में गर्मजोशी और रंग भर दिए। अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने यूरोप के ४० से अधिक नेताओं का स्वागत कुछ इस अंदाज़ में किया कि हर कैमरा और हर आंख उन पर टिक गई। बारिश के बीच रामा नीली छतरी लेकर, ईपीसी लोगो लगी टाई और स्नीकर्स में हर नेता को व्यक्तिगत अंदाज़ में रिसीव कर रहे थे। लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां तब बटोरीं जब उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के सामने घुटनों पर बैठकर उनका स्वागत किया.
बैठक के दिन अचानक बारिश शुरू हो गई लेकिन एडी रामा का उत्साह जरा भी नहीं टूटा। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “लगता है ये ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल के साथ आई गैर-स्थानीय बारिश है!” इस टिप्पणी ने सभी नेताओं को हंसा दिया। रामा का यह आत्मविश्वास और हाजिरजवाबी उनकी सॉफ्ट डिप्लोमेसी को और मजबूती देती है। नेता की गर्मजोशी ने यह साबित किया कि कूटनीति अब केवल भाषणों और बैठकों तक सीमित नहीं बल्कि दिल से दिल जोड़ने की कला भी है।
रामा के स्वागत में सिर्फ मुस्कान ही नहीं थी बल्कि एक इनोवेटिव सरप्राइज़ भी शामिल था। एक वीडियो क्लिप में हर नेता के बचपन की एआई-निर्मित तस्वीर दिखाई गई और हर एक ने कहा: “अल्बानिया में आपका स्वागत है!” यह भावुक और रचनात्मक अंदाज न केवल नेताओं को पसंद आया बल्कि यह दुनिया भर में वायरल हो गया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को रामा खुद ओपेरा हाउस तक एस्कॉर्ट करते दिखे जहां बैठक होनी थी। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को गले लगाकर रामा ने कहा, “यहां सूरज राजा है!” उनका यह संवाद भी चर्चा में रहा।
एडी रामा हाल ही में चौथी बार अल्बानिया के प्रधानमंत्री बने हैं और उन्होंने वादा किया है कि २०३० तक देश को यूरोपीय यूनियन (ईयू) का हिस्सा बनाकर रहेंगे। ईपीसी समिट की मेज़बानी को रामा ने इसी दिशा में एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा कि “भले ही हम छोटे देश हैं लेकिन इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी हमारे लिए बहुत बड़ा सम्मान है।”
ईपीसी की बैठक में ईयू और गैर-ईयू नेताओं ने यूक्रेन युद्ध, प्रवास नीति और सुरक्षा जैसे अहम विषयों पर चर्चा की।
ईपीसी समिट के बहाने अल्बानिया ने पूरी दुनिया के सामने अपनी एक नई, आत्मविश्वास से भरी और आधुनिक छवि पेश की। रामा के अंदाज ने यह साफ कर दिया कि वे न सिर्फ घरेलू राजनीति में मजबूत हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी वह एक कड़े और करीबी नेता के तौर पर पहचान बना चुके हैं। तिराना में हुए इस आयोजन से यह भी संदेश गया कि अब अल्बानिया केवल दर्शक नहीं बल्कि यूरोप की भविष्य नीति का सक्रिय भागीदार बनना चाहता है।

About Author

[DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS]

Advertisement