टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का विराट कोहली ने का घोषणा

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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। भारतीय क्रिकेट को बड़ा झटका तब लगा जब रोहित शर्मा के बाद कोहली ने भी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। कोहली ने सोमवार को सोशल मीडिया पर खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास की घोषणा की। कुछ दिन पहले मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि कोहली ने टेस्ट प्रारूप से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है और उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को इस बारे में सूचित भी कर दिया है। इसके बाद बीसीसीआई अधिकारियों ने कोहली से इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज को ध्यान में रखते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा। बीसीसीआई के अनुरोध के बाद भी कोहली ने अपना फैसला नहीं बदला। विराट से पहले रोहित ने ७ मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। एक ही समय में दो दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से भारतीय प्रशंसक हैरान हैं। कोहली के संन्यास के साथ ही भारतीय क्रिकेट का एक अध्याय समाप्त हो गया।
कोहली ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “मुझे टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू कैप पहने हुए १४ साल हो गए हैं।” सच कहूं तो, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी यात्रा इस प्रारूप में इस मुकाम तक पहुंचेगी। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दी और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर याद रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए बहुत ही विशेष और व्यक्तिगत अनुभव था। कड़ी मेहनत, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन वे हमेशा आपके साथ रहेंगे।
अब इस प्रारूप से अलग होने का निर्णय आसान नहीं था, लेकिन मुझे यह सही लगा। मैंने इसमें अपना सबकुछ लगा दिया और इसने मुझे उससे भी अधिक दिया जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मैं इस खेल के लिए, मैदान पर मेरे साथ खेलने वाले लोगों के लिए, तथा इस यात्रा में मेरा मार्गदर्शन करने वाले सभी लोगों के लिए आभारी हूँ। मैं अपने टेस्ट करियर को हमेशा मुस्कुराते हुए देखूंगा।
कोहली अब केवल एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते नजर आएंगे। पिछले साल टीम इंडिया के टी२० विश्व कप जीतने के बाद उन्होंने टी२० अंतरराष्ट्रीय प्रारूप से संन्यास ले लिया था। कोहली ने अपने करियर में १२३ टेस्ट मैच खेले, जिनकी २१० पारियों में ४६.८५ की औसत से ९२३० रन बनाए। इसमें ३० शतक और ३१ अर्द्धशतक शामिल हैं। जून २०११ में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कोहली का इस प्रारूप में सर्वोच्च स्कोर नाबाद २५४ रन है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में १०२७ चौके और ३० छक्के लगाए हैं। कोहली ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी २०२५ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उन्होंने अपनी आखिरी दो टेस्ट पारियों में १७ और ६ रन बनाए थे।
कोहली ने खेल के तीनों प्रारूपों में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की है। वह २०१४ में एमएस धोनी के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे में पहली बार कप्तान बने थे। उस समय से लेकर २०२२ में दक्षिण अफ्रीका दौरे तक वह टेस्ट कप्तान थे। इस तरह उन्होंने २०२१ में टी२० और वनडे की कप्तानी गंवा दी। टेस्ट प्रारूप में कोहली का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों से निराशाजनक रहा है। उनका निराशाजनक प्रदर्शन, विशेषकर पिछले वर्ष न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में, उनके संन्यास का मुख्य कारण था। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में ०-३ से हार का सामना करना पड़ा। उस सीरीज में कोहली ने ३ मैचों की ६ पारियों में १५.५० की औसत से केवल ९३ रन बनाए थे। इस प्रकार, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान 5 मैचों की ९ पारियों में केवल १९० रन बनाए।

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