नयाँ दिल्ली: क्रिकेट दुनिया से एक दुखद समाचार सामने आया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और टीम के उपकप्तान रहे कीथ स्टैकपोल का ८४ वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गहरा शोक जताया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने लिखा कि हम पूर्व ऑस्ट्रेलियाई और विक्टोरियन खिलाड़ी कीथ स्टैकपोल के निधन से बेहद दुखी हैं। उन्होंने क्रिकेट को जुनून, साहस और गरिमा के साथ खेला।
कीथ स्टैकपोल ने साल १९६६ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने २८ जनवरी १९६६ को इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला। शुरुआत में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज और स्पिनर के तौर पर खेलने वाले कीथ को तीन साल के भीतर बिल लॉरी के साथ ओपनर के रूप में शामिल कर लिया गया। अपने करियर में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए ४३ टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने २८०७ रन बनाए और १५ विकेट भी हासिल किए। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में ७ शतक और १४ अर्धशतक दर्ज हैं। वे लेग स्पिन गेंदबाजी किया करते थे। कीथ स्टैकपोल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच १९७१ में हुए पहले वनडे इंटरनेशनल मैच का भी हिस्सा थे। मेलबर्न में खेले गए इस मुकाबले में उन्होंने तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की पांच विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
एशेज में किया शानदार प्रदर्शन:
स्टैकपोल का बेहतरीन प्रदर्शन एशेज सीरीज में देखने को मिला, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ १३ टेस्ट मैचों में ५०.६ की औसत से ११६४ रन बनाए। इनमें १९७० में ब्रिस्बेन में खेली गई उनकी २०७ रनों की शानदार पारी शामिल है, जो उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर रहा। साल १९७२ की एशेज सीरीज में उन्हें इयान चैपल की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया का उपकप्तान बनाया गया था। उस सीरीज में उन्होंने ५३.८८ की औसत से ४८५ रन बनाए और सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। इस उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए उन्हें १९७३ में ‘विज़डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ का सम्मान भी मिला।
स्टैकपोल ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में १०,००० से अधिक रन बनाए और १४८ विकेट भी हासिल किए। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड ने उन्हें क्रिकेट के सबसे महान योगदानकर्ताओं में से एक बताते हुए कहा कि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। वहीं, क्रिकेट विक्टोरिया के अध्यक्ष रॉस हेपबर्न ने स्टैकपोल को “खेल का लीजेंड” करार दिया और कहा कि क्रीज पर उनका आत्मविश्वास और खेल के प्रति उनकी गहरी समझ उन्हें अपने दौर के सबसे सम्मानीय खिलाड़ियों में से एक बनाती है।