कोलकाता: पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर जारी विरोध अभी भी पूरी तरह थमा नहीं है। मुर्शिदाबाद में पुलिस ने १२और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है, जिससे अब तक गिरफ्तार लोगों की संख्या १५० तक पहुंच गई है। हाल ही में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत के बाद से पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
रविवार को मुर्शिदाबाद की स्थिति की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि बीते कुछ घंटों में कोई नई हिंसा की घटना सामने नहीं आई है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पुलिस हर कोने पर तैनात है। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाबल सतर्कता से नजर बनाए हुए हैं।
रात में हुई छापेमारी:
मीडिया से बातचीत में मुर्शिदाबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूती, धुलियां, समसेरगंज और जंगईपुर जैसे इलाकों में फिलहाल शांति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि रातभर पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें १२ लोगों को हिरासत में लिया गया। अब तक हिंसक विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में कुल १५० लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बिएनसि की धारा १६३ लागू:
पुलिस के अनुसार, हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बिएनसि) की धारा १६३ के तहत कई तरह की रोक-टोक लगाई गई हैं। सुरक्षाबल मुख्य सड़कों से गुजरने वाले सभी वाहनों की सख्ती से जांच कर रहे हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार पुलिस गश्त जारी है। जांच प्रक्रिया अभी जारी है और आने वाले समय में और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
शुक्रवार को भड़की थी हिंसा:
गौरतलब है कि वक्फ संशोधन अधिनियम को संसद से मंजूरी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल में हालात बिगड़ गए थे। इस फैसले के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों ने कई जगहों पर हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और सुरक्षाबलों पर पथराव किया। कई अहम सड़कों को भी अवरुद्ध कर दिया गया। इस हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र मुर्शिदाबाद रहा, जहां तीन लोगों की मौत हो गई।
३ की मौत, १८ पुलिसकर्मी घायल:
शनिवार को समसेरगंज के जाफराबाद इलाके में एक पिता और बेटे की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। दोनों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों की पहचान हरगोबिंदो दास और उनके बेटे चंदन दास के रूप में हुई है। वहीं, सूती क्षेत्र में गोली लगने से २१ वर्षीय इलियाज मोमिन की जान चली गई। इस पूरे घटनाक्रम में १८ पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।