मुंबई: साइबर अपराध के खिलाफ मुंबई पुलिस की लड़ाई में पिछले तीन वर्षों में हेल्पलाइन नंबर १९३० एक शक्तिशाली हथियार बन गया है। इस नंबर पर मिलीं शिकायतों की संख्या इस सप्ताह एक लाख के पार हो गयी है और लोगों के २४१ करोड़ रुपये बचाये गये हैं। एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि मुंबई पुलिस की साइबर शाखा १७ मई, २०२२ से हेल्पलाइन का उपयोग कर रही है।
क्या कहा अधिकारी ने?
अधिकारी ने कहा कि महानगर के लोगों को ऑनलाइन धोखेबाजों का शिकार होने से बचाने के लिए सिपाहियों और अधिकारियों की एक पूरी टुकड़ी हर दिन २४ घंटे काम कर रही है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चूंकि वित्तीय धोखाधड़ी और साइबर अपराध के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं, ऐसे में मुंबई पुलिस उन्नत तकनीक तथा उपकरणों की मदद से इन अपराधों में शामिल लोगों से निपट रही है।
उन्होंने कहा,‘हमारे पास एक मजबूत टीम भी है जो साइबर अपराध से निपटने के लिए बैंकों, वित्तीय संस्थानों, भारतीय रिजर्व बैंक, विभिन्न राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों समेत सभी हितधारकों के साथ समन्वय करती है। हमें हर दिन १९३० पर लगभग १५००शिकायतें मिलती हैं। इस शुक्रवार को शिकायतों की कुल संख्या एक लाख के पार हो गयी।’ साइबर इकाई के पुलिस उपायुक्त दत्ता नलवाडे ने बताया, ‘शनिवार तक यह आंकड़ा १,०१,०६९ था। समय पर कार्रवाई के कारण २४१,४२,११,८२७ रुपये डूबने से बचा लिए गये।’