डीवाईएफआई के उत्तरकन्या अभियान को लेकर रणक्षेत्र बना सिलीगुड़ी

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हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने छोड़े आंश्रु गैस

सिलीगुड़ी: डीवाईएफआई के उत्तरकन्या अभियान को लेकर पूरे शहर में आज भारी तनाव देखा गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंश्रु गैस, पानी की बौछारें और बाद में लाठीचार्ज किया। डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हुई। डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों के अलावा पुलिसकर्मी भी घायल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत जलपाई मोड़ पर एक सड़क रैली के साथ हुई प्रदर्शन में डीवाईएफआईए की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी सहित शीर्ष नेता शामिल हुए।

जुलूस जलपाई मोड से शुरू हुआ और बर्दवान रोड के साथ नाव घाट से होते हुए तीनबत्ती चौराहे तक पहुंचा। जुलूस को वहां एक बैरिकेड पर रोक दिया गया। पुलिस ने माइक्रोफोन का उपयोग करते हुए उन्हें बताया कि यह कार्यक्रम अवैध है क्योंकि यह बिना अनुमति के आयोजित किया गया था। लेकिन फिर भी, डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अपना कार्यक्रम जारी रखा। पहले तो बैरिकेड्स के सामने सड़क पर लेटकर विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इसके तुरंत बाद, जुलूस में शामिल भीड़ में से कथित तौर पर पुलिस पर पत्थर फेंके गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही आंश्रु गैस या स्टन ग्रेनेड भी दागे जाते हैं। इसके बाद भी जब कार्यकर्ता और समर्थक पीछे नहीं हटे तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया।

पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। इसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों में संघर्ष हो गया। झड़पों में कई प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी सहित कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। इस बीच, डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए शीर्ष सीपीएम नेता सिलीगुड़ी एनजीपी पुलिस स्टेशन पहुंचे हैं।

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