सिलीगुड़ी: विधानसभा चुनाव में अभी एक साल बाकी है, लेकिन अभी से ही सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक सभी सिलीगुड़ी के चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। एक तरफ मेयर गौतम देव सुबह सात बजे वार्ड-वार्ड जाकर राज्य सरकार के विकास कार्यों को लोगो के समक्ष रख रहे हैं, ताे वहीं दूसरी ओर विपक्ष की ओर से सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष उनके द्वारा किय गए विकास कार्यों के साथ केंद्रीय परियोजनाओं के बारे में लोगों को बता रहे हैं।
सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक सभी ने रविवार की सुबह छुट्टी के दिन जनसंपर्क कर जनता के समक्ष अपनी बात रखी। सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देब ने वार्ड पार्षद के साथ सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर २० के विभिन्न इलाकों में जनसंपर्क किया। वह मूलतः क्षेत्र के विकास से संबंधित सभी मुद्दों तथा क्षेत्र में अन्य क्या आवश्यक है, इन सभी मुद्दों को लेकर लोगों के पास जा रहे हैं। इससे पहले वे ४७ में से ११ वार्डों में इसी तरह जनसंपर्क कर चुके हैं। शनिवार और रविवार को उन्होंने वार्ड नंबर २० के विभिन्न इलाकों में जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए। इसके साथ ही वार्ड नंबर १९ की राणा झुग्गी बस्ती में गए और क्षेत्र के लोगों के समक्ष आ रही विभिन्न कठिनाइयों को उजागर किया। उन्होंने सबसे पहले क्षेत्र में गांधी मेमोरियल हिंदी स्कूल के गेट के सामने बने शौचालयों और कचरा निपटान को लेकर नाराजगी जताई।
इस अवसर पर महापौर गौतम देव ने कहा कि, “मनुषेर काछे चलो’ यानि लोगों के पास चलिए कार्यकत का यह १२वां संस्करण है। इससे पहले मैं ११ वार्डों में यह काम कर चुका हूं।” हमने कल रात ग्यारह बजे तक वार्ड नंबर २० के लोगों के लिए एक कार्यक्रम रखा था। कल रात हम वार्ड में थे। मैं आज सुबह से ही फिर से सड़क पर हूं और लोगों की शिकायतें सुन रहा हूं। इस क्षेत्र के लोगों की कई शिकायतें हैं, समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा, उन्हाेने कहा।
जब उनसे, उनके बगल वाले वार्ड में जनसंपर्क कर रहे शंकर घोष के बारे मे पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, “उन्हें अकेला छोड़ दीजिए, उनके पास गाडी से रेत फेंकने तक की शक्ति नहीं है।”
दूसरी ओर, शंकर घोष ने पड़ोसी वार्ड के लोगों से क्षेत्र की समस्याओं पर बात की। वहीं, शंकर घोष ने कहा कि कहीं पर कोई काम दिखाई नहीं दे रहा है। वे शहर के मेयर हैं, टॉक टू मेयर कार्यक्रम होस्ट करते हैं और मैं लोगों के बीच जाकर काम करता हूं।
मेयर के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इतना अहंकारी होना अच्छा नहीं है। सिलीगुड़ी शहर को नरक में बदल दिया गया है, वह पायलट वैन के साथ पूरे शहर में घूम रहे है। कुछ सड़कों को छोड़कर, उनकी कार हर जगह नहीं जा सकती थी, इसलिए उन्होंने बड़ी गाडी ली हुई है।