‘त्रिपुरा-असम में एसआईआर क्यों नहीं हो रहा है?’ ममता

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बहरामपुर: बीजेपी शासित त्रिपुरा, असम में एसआईआर क्यों नहीं हो रहा है, यह सवाल तृणमूल सुप्रीमो और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बहरामपुर में एक मीटिंग से उठाया। विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर हैं। उससे पहले, ममता ने बुधवार को मालदा के गजोला में एक मीटिंग की। वहां से उन्होंने केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला बोला था। आज बहरामपुर मे भी वे लड़ाई के मूड में थीं।
मीटिंग की शुरुआत में तृणमूल सुप्रीमो ने भगवा खेमे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जो लोग सांप्रदायिक होली खेल रहे हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए। तृणमूल सभी धर्मों का सम्मान करती है।’ दूसरी ओर, तृणमूल नेता के मुर्शिदाबाद दौरे के दिन ही भरतपुर के पार्टी एमएलए हुमायूं कबीर को सस्पेंड कर दिया गया। यह विवाद तब से शुरू हुआ है जब उन्होंने बेलडांगा में बाबरी मस्जिद बनाने का ऐलान किया था। ऐसे में ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी का रुख साफ कर दिया है।
सेक्युलरिज़्म का मैसेज देते हुए उन्होंने आज कहा, ‘संविधान ने हमें सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना सिखाया है। हम ६ दिसंबर को सद्भाव दिवस मनाते हैं।’ दूसरी ओर, तृणमूल नेता ने मालदा और मुर्शिदाबाद में कटाव को रोकने के लिए कुछ न करने पर केंद्र की आलोचना की है।
ममता ने आज चेतावनी भी दी कि किसी को भी डिटेंशन कैंप में नहीं जाना पड़ेगा। केंद्र से उनका सवाल है, ‘बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव करेक्शन (एसआईआर) हो रहा है। लेकिन बीजेपी शासित त्रिपुरा और असम में एसआईआर क्यों नहीं हो रहा है?’ उन्होंने कहा कि असल में, एसआईआर के पीछे एनआरसि की साज़िश है। मुख्यमंत्री ने आज अपना भाषण बीजेपी को चेतावनी देते हुए खत्म किया। उन्होंने कहा, ‘जो जाे हम से टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा।’

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