कोलकाता: पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव में भाजपा ने १० सीटों में से ७ पर जीत हासिल की है। बीजेपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त उपाध्यक्ष और एक संयुक्त सचिव की सीट पर जीत हासिल की है। जी हां, ममता बनर्जी के गढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव में भगवा लहराया है। बंगाल में भाजपा के नेता इसे आगे के लिए शुभ संकेत बता रहे हैं।
प्रदेश में चुनाव अगले साल मार्च-अप्रैल में कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनाव की जीत के जश्न में ही कह दिया था कि गंगा जी बिहार से बहते हुए बंगाल पहुंचती हैं। वैसे पिछली बार भी भाजपा ने काफी कोशिश की थी लेकिन ममता की सरकार बनने से नहीं रोक पाई। इस बार पीएम मोदी कॉन्फिडेंट हैं, तैयारी बड़ी है। पहले से ही बूथ लेवल तक मैनेजमेंट साधा जा रहा है। इस बीच, भाजपा ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में १० में से ७ सीटों पर जीत हासिल की है। बीजेपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त उपाध्यक्ष और एक संयुक्त सचिव की सीट पर जीत ली है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि पिछली बार भाजपा को बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्ता भले न मिली हो लेकिन वह हारी नहीं थी।तब नतीजे बता रहे थे कि दलितों और आदिवासियों में भाजपा का प्रभाव बढ़ा है। २०१६ में भाजपा का वोट शेयर १० प्रतिशत था जो २०२१ में ४० प्रतिशत के करीब पहुंच गया. भाजपा का उफान दरअसल कांग्रेस और लेफ्ट की कीमत पर है. टीएमसी को भले ही नुकसान न हुआ हो लेकिन २०२६ का चुनाव अब भाजपा बनाम टीएमसी सीधे होगा।
‘बिहार के बाद अब बंगाल की बारी’:
इस जीत को कार्यकारी समिति की सदस्य पूजा सोमकर और सचिव अरुण कुमार उपाध्याय ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए शुभ संकेत करार दिया। कार्यकारी समिति की सदस्य पूजा सोमकर ने कहा कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव में भाजपा की जीत इस बात का संकेत है कि आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी भगवा झंडा लहराने जा रहा है। बिहार के साथ ही अब पश्चिम बंगाल में भी भाजपा का झंडा बुलंद होने जा रहा है। चौतरफा भाजपा की जीत होने जा रही है। मौजूदा राजनीतिक स्थिति में पूरी तरह से माहौल भाजपा के पक्ष में है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में भाजपा की जीत ने इस बात की तसदीक कर दी है कि राज्य में पूरी तरह से भगवामय माहौल है। इससे पहले हमें इसकी बानगी बिहार में भी देखने को मिल चुकी है। जिस तरह से बिहार में भाजपा ने कमाल किया है, ठीक उसी प्रकार का कमाल पश्चिम बंगाल में भी हमें आगामी दिनों में देखने को मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इस चुनाव में हमें जितने भी लोगों ने मतदान दिया है, उससे एक बात साफ जाहिर होती है कि ये लोग संवेदनशील और जागरूक हैं। इन लोगों में प्रदेश के विकास को लेकर पूरी तरह से गंभीरता है। ये लोग राज्य के विकास की दिशा में किसी भी प्रकार की कोताही को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं हैं। इसी को देखते हुए इन लोगों ने विकास के मुद्दे पर भाजपा के पक्ष में मतदान किया है।
सचिव अरुण कुमार उपाध्याय ने कहा कि पहले सेक्रेटरी को ही पावर हुआ करती थी। वह ही नीतिगत मुद्दों को लेकर फैसले लिया करते थे, लेकिन अब पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि मेंबर भी कई बड़े फैसले लेंगे। उन्होंने कहा कि हम हाईकोर्ट क्लब के सभी मेंबर का दिल से धन्यवाद करना चाहेंगे. कुल १० में से ७ सीटों पर हम लोगों ने जीत हासिल की। इस जीत के साथ हमने इतिहास रचा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि भाजपा की तरफ से समर्थित समूह ने जीत हासिल की है, हालांकि इस समूह में सभी अधिवक्ता ही शामिल हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारा यहां पर कोई विरोधी नहीं है, चाहे वो टीएमसी ही क्यों न हो। हम लोग क्लब को मिलकर चलाएंगे। क्लब में शामिल सभी लोगों की शिकायत को गंभीरता से सुनेंगे। उन्होंने दावा किया कि नि:संदेह इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी इसका बड़ा असर पड़ने वाला है. जिस तरह से कुल १० में से सात सीटों पर हमने जीत हासिल की है, उसे शुभ संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए। आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दिशा तय करने में पूरी तरह से अधिवक्ताओं का बड़ा योगदान रहने वाला है। हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव होने वाला है और इस बदलाव का केंद्र बिंदु विकास होगा।









