नई दिल्ली: इटली ने यैनिक सिनर की अनुपस्थिति में भी स्पेन को हराकर लगातार तीसरी बार डेविस कप का खिताब जीत लिया। इस प्रकार इटली ने प्रतिष्ठित टीम टेनिस टूर्नामेंट में अपनी बादशाहत कायम रखी।
सिनर की अनुपस्थिति में माट्टियो बरेटिनी और फ्लेवीओ कोबोली इटली के मुख्य स्टार बने। दोनों ने अपनी सिंगल मैच जीतकर फाइनल में इटली को २–० की अजेय बढ़त दिलाई। इस जीत के साथ इटली ने लगातार तीसरी और कुल चौथी डेविस कप ट्रॉफी अपने नाम की।
इतिहास में लगातार तीन बार खिताब जीतने वाला आखिरी देश अमेरिका था, जिसने १९६८–१९७२ के बीच लगातार पांच बार डेविस कप जीत चुका है। पिछले दो साल में इटली को डेविस कप चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सिनर इस बार आगामी सीजन की तैयारी के कारण टूर्नामेंट में शामिल नहीं हुए। उनके साथ विश्व के आठवें नंबर के खिलाड़ी लॉरेंजो मुसेट्टी भी टूर्नामेंट से बाहर रहे।
स्पेन के खिलाफ फाइनल में इटली ने बोलोग्ना के सुपरटेनिस एरीना में असाधारण प्रदर्शन किया। क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रिया और सेमीफाइनल में बेल्जियम को हराकर फाइनल में भी इटली ने स्पेन के स्टार कार्लोस अल्काराज के बिना मुकाबला किया।
फाइनल में बरेटिनी ने पाब्लो केरेनो बुस्टा को ६–३, ६–४ से हराया। इसके बाद कोबोली ने जोम मुनार को १–६, ७–६(५), ७–५ से हराकर इटली की जीत सुनिश्चित की।
इटली ने पहली बार १९७६ में डेविस कप जीतने का गौरव पाया। इसके बाद २०२३ और २०२४ में मलागा में खिताब अपने नाम किया। इस बार इटली ने पहली बार अपने घर में डेविस कप का खिताब जीतने का इतिहास रचा। स्पेन, जिसने डेविस कप में ६ बार उपाधि जीती है, २०१९ के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचा।









