नई दिल्ली: भारतीय टेनिस के प्रतिष्ठित खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने ४५ वर्ष की उम्र में पेशेवर टेनिस से संन्यास की घोषणा की। बीस साल से अधिक के करियर में उन्होंने भारत को कई ऐतिहासिक पल दिए और डबल्स स्पेशलिस्ट के रूप में खुद को विश्वस्तरीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।
बोपन्ना ने दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के अलावा २६ एटीपी डबल्स खिताब अपने नाम किए। उन्होंने २०१७ में गेब्रिएला डोब्रोव्स्कीस के साथ फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब और २०२४ में मथ्यू एबडन के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन पुरुष डबल्स खिताब जीता। ४० वर्ष की उम्र के बाद भी उन्होंने ग्रैंड स्लैम जीतकर युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
सोशल मीडिया पोस्ट में बोपन्ना ने लिखा कि यह अलविदा नहीं है, बल्कि धन्यवाद है। खेल ने उन्हें सबकुछ दिया और अब वह इसे वापस देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों के युवा भी मेहनत और विश्वास से सीमाओं को पार कर सकते हैं।
बोपन्ना ने अपने करियर का अंतिम टूर पेरिस मास्टर्स १००० में खेला, जहाँ वे पहले राउंड में एलेक्जेंडर बुब्लिक के साथ जोड़ी बनाकर पराजित हुए। उन्होंने एशियन गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता और २९ जनवरी २०२४ को दुनिया के नंबर १ डबल्स खिलाड़ी बने।










