कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एसआईआर को लेकर चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य आर्थिक सलाहकार और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री डॉ. अमित मित्रा ने सिस्टर निवेदिता की जयंती पर बीजेपी पर तीखा प्रहार किया है।
डॉ. मित्रा ने गुरुवार को अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा, “१२२ साल पहले सिस्टर निवेदिता ने कहा था कि भारत को एक महान राष्ट्रीय भावना से देखना चाहिए, जहाँ हिंदू और मुसलमान एक-दूसरे का सम्मान और प्रेम करें।”
उन्होंने कहा कि आज यही संदेश उन ताकतों को चुनौती देता है जो घृणा और विभाजन की राजनीति पर टिके हैं।
डॉ. मित्रा ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह मनीषियों के विचारों को विकृत कर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने लिखा, “धर्म और अध्यात्म की व्याख्या को उस रूप में पेश किया जा रहा है जो उनके असली आदर्शों के विपरीत है। यह देश सबका है। धर्म नहीं, मानवता ही भारत की सच्ची पहचान है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मित्रा का यह बयान तृणमूल कांग्रेस की उस वैचारिक स्थिति को और स्पष्ट करता है, जिसके अनुसार भारत की आत्मा विभाजन में नहीं, एकता में बसती है।









