विधाननगर और बैरकपुर पुलिस के साथ आईएलएस अस्पतालों का सहयोग
कोलकाता: विश्व ट्रॉमा दिवस के अवसर पर आईएलएस अस्पताल समूह ने विधाननगर और बैरकपुर पुलिस के सहयोग से ‘घोरे फेरार अंगीकार’ शीर्षक से सामुदायिक जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य सड़क सुरक्षा और ट्रॉमा प्रबंधन के प्रति जनचेतना बढ़ाना तथा आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समुदाय की तैयारी को मजबूत बनाना था।
कार्यक्रम के तहत विश्व बंगला गेट क्षेत्र में हेलमेट वितरण अभियान आयोजित किया गया, जिसमें आईएलएस अस्पतालों ने हेलमेट प्रायोजित किए। अभियान का शुभारंभ करते हुए न्यू टाउन के डीसीपी मानव सिंगला ने कहा, “ये हेलमेट भविष्य में कई लोगों की जान बचाएंगे। हम सभी दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें, हमेशा हेलमेट और सीटबेल्ट पहनें, तथा जिम्मेदारीपूर्वक वाहन चलाएँ।”
आईएलएस अस्पताल समूह के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं बिजनेस डेवलपमेंट प्रमुख देबाशीष धर ने कहा,
“जीपीटी हेल्थकेयर में हमारा विश्वास है कि रोकथाम ही जीवन बचाने की पहली सीढ़ी है। ‘घोरे फेरार अंगीकार’ अभियान के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि सड़क सुरक्षा केवल एक नियम नहीं, बल्कि यह हमारी स्वयं और अपने प्रियजनों के प्रति जिम्मेदारी भी है।”
आईएलएस अस्पताल दमदम के यूनिट प्रमुख वैशपायन मुखर्जी ने कहा,
“ट्रॉमा की स्थिति में समय पर और उचित प्रतिक्रिया ही जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर साबित हो सकती है। इस पहल के जरिए हम पुलिस और आपातकालीन कर्मियों को सही ज्ञान और कौशल से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखते हैं।”
अभियान के एक हिस्से के रूप में, विश्व बंगला मोड़, नागेरबाजार मोड़ और एयरपोर्ट गेट नं. १ जैसे प्रमुख स्थानों पर बाइक सवारों को हेलमेट वितरित किए गए। साथ ही, आईएलएस अस्पताल दमदम के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बारानगर, बेलघोरिया और दमदम पुलिस थानों में तैनात पुलिसकर्मियों तथा एम्बुलेंस कर्मियों के लिए सीपीआर और ट्रॉमा हैंडलिंग पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए।
इन सत्रों में बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस), ट्रॉमा मोबिलाइजेशन और आपातकालीन रोगी प्रबंधन जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रतिभागियों को आईएलएस अस्पतालों की ओर से प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
इस पहल ने ट्रॉमा केयर और सामुदायिक कल्याण के प्रति आईएलएस अस्पताल समूह की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है, जिससे यह संस्था पूर्वी भारत में ट्रॉमा और आपातकालीन प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी नाम के रूप में स्थापित हो चुकी है।









