अंतिम संस्कार सोमवार काे
खरसाङ: तीनधारे महानदी क्षेत्र के अंतर्गत सिविटार बाघमारा निवासी १०४ वर्षीय बौद्ध धर्म गुरु स्याङ्देन म्हेम्हे (चन्द्रवीर लामा) का निधन हो गया है। वे बाघमारा बस्ती में स्थित झ्याङतेर सामतेलिन छ्योलिङ गुम्बा के संस्थापक और मुख्य लामा थे। स्याङ्देन म्हेम्हे का जन्म १९२१ में हुआ था। उन्होंने बाघमारा से लेकर सिविटार, महानदी, तीनधारे, खरसाङ, कालेबुङ, सिलगढी, डुवर्स, सिक्किम और नेपाल तक कई शिष्यों को मार्गदर्शन दिया। वे वज्रयान के प्रमुख लामा थे।
उनका निधन गुरुवार रात लगभग १९:३० बजे हुआ। उन्होंने अपने पीछे चार बेटे, तीन बेटियाँ, पोते-पोती और अन्य परिवारजन छोड़े हैं। उनका अंतिम संस्कार आगामी सोमवार को किया जाएगा। उनके निधन के बाद लगातार बौद्ध धर्म के अनुसार दीप प्रज्ज्वलन और पूजा पाठ—सिठी पाठ—चल रहा है। सिलगढी के मिलनमोड से वरिष्ठ लामा, खरसाङ के मन्टिभियट से प्रमुख गुरु प्रताप लामा और उनकी टीम श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए। तीनधारे के पद्ममा छ्योलिङ म्हाणिपा संघ के अनुयायियों द्वारा म्हाने मोलम किया गया।
अंतिम संस्कार सोमवार सुबह ७ बजे निर्धारित है। उनका पार्थिव शरीर बाघमारा बस्ती में स्थित गुम्बा में लाया जाएगा, जहां पूजा पाठ के बाद निजी जमीन में अंत्येष्टि की जाएगी। यह कार्यक्रम खरसाङ के मन्टिभियट से बौद्ध धर्म गुरु टाँसी टुल्कु की विशेष उपस्थिति में आयोजित होगा।
स्याङ्देन म्हेम्हे के निधन पर तीनधारे महानदी समष्टि के सभासद नवराज छेत्री, कर्माध्यक्ष दावा वाङ्दी लामा, पञ्चायत समिति सदस्य कुसाङ लामा, पञ्चायत सदस्य राजीव तामाङ, दिपेन्द्र तामाङ, बौद्ध धर्म गुरु पेम्बा रिम्पोर्छे सहित स्थानीय लोग और अन्य ने श्रद्धांजलि अर्पित की। जीटीए प्रमुख अनित थापा, दार्जिलिङ के सांसद राजु विष्ट और खरसाङ के विधायक बीपी बजगाईं ने भी सोशल मीडिया पर फोटो साझा कर श्रद्धांजलि दी।
उनके बड़े बेटे और बौद्ध धर्म गुरु मिकमा लामा, गुम्बा के उप सभापति विवेक लेप्चा, पञ्चायत सदस्य राजीव तामाङ और उनके शिष्य पेम्बा रिम्पोर्छे ने पत्रकारों को अंतिम संस्कार और उनके जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
स्याङ्देन म्हेम्हे (चन्द्रवीर लामा) ने १९९७ से बाघमारा बस्ती में झ्याङ्तेर सामतेलिन छ्योलिङ गुम्बा का निर्माण कर इसे स्थापित किया। वे इस क्षेत्र के शताब्दी देख चुके ऐतिहासिक व्यक्तित्व, समाजसेवी और बौद्ध धर्म गुरु थे। उनके निधन से क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।