काेलकाता: पश्चिम बंगाल में संवैधानिक संकट की आशंका जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कौस्तव बागची ने राज्यपाल को पत्र लिखकर संविधान के अनुच्छेद ३५५ को तत्काल लागू करने की मांग की है। यह मांग सत्तारूढ़ दल से जुड़े कथित उपद्रवियों द्वारा भाजपा नेताओं पर किए गए हमले के बाद की गई है।
यह हमला सोमवार को उस समय हुआ जब भाजपा का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल उत्तर बंगाल के नागराकाटा क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बाँटने पहुँचा था। प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य, लोकसभा सांसद खगेन मुर्मू, तथा विधानसभा मुख्य सचेतक डॉ. शंकर घोष शामिल थे।
हमले में नेताओं की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और खगेन मुर्मू गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बागची ने कहा कि यह घटना राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने राज्यपाल से “अनुच्छेद ३५५ लागू करने की दिशा में कदम उठाने” की अपील की है, ताकि राज्य में संवैधानिक मशीनरी को बहाल किया जा सके।
गौरतलब है कि अनुच्छेद ३५५ केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करने का अधिकार देता है कि राज्य सरकारें संविधान के अनुसार कार्य करें। इसे अक्सर राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356) से पहले की चेतावनी के रूप में देखा जाता है।
यह घटना अब राज्य की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकती है, और सबकी निगाहें राज्यपाल के अगले कदम पर हैं।