नई दिल्ली/काठमांडू: नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है। प्रदर्शनकारी युवाओं के समूह ‘जेनरेशन-जी’ ने पांच घंटे की वर्चुअल बैठक कर पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाने की संभावना जताई है।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पढ़ीं कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त छवि रखती हैं। उनके नाम पर काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने भी सहमति जताई है। गुरुवार को कार्की और नेपाल के आर्मी चीफ के बीच बैठक होने की संभावना है।
देशभर में हिंसा और विरोध प्रदर्शन के दौरान कम से कम ३० लोग मारे गए और १०३० से अधिक लोग घायल हुए। जेलों से १४,००० कैदी फरार हो गए, जिसमें पांच किशोर कैदियों की मौत हुई। प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में आग लगा दी, जिससे २५,००० से अधिक केस फाइलें नष्ट हो गईं।
सेना ने पूरे देश में गश्त बढ़ाई और कर्फ्यू लगाया। हालात तनावपूर्ण हैं, लेकिन कुछ इलाकों में शांति का माहौल बनना शुरू हुआ है। इसके अलावा भारत में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए एअर इंडिया ने स्पेशल फ्लाइट शुरू की है।
प्रधानमंत्री ओली ने खुला पत्र जारी करते हुए कहा कि हिंसा मासूम जेन-जी के पीछे नहीं, बल्कि इसके पीछे गहरी साजिश है।