नई दिल्ली, 4 सितंबर: भारत में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नई दरों का असर अब खेल जगत पर भी दिखाई देगा। हाल ही में जीएसटी काउंसिल ने टैक्स स्लैब में बदलाव करते हुए खेल आयोजनों और उससे जुड़ी गतिविधियों पर नए प्रावधान लागू किए हैं।
सबसे बड़ा असर क्रिकेट के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसे आयोजनों पर पड़ेगा। अब आईपीएल मैचों के प्रवेश टिकट पर ४०% जीएसटी वसूला जाएगा। माना जा रहा है कि इस फैसले से टिकट के दाम बढ़ेंगे और दर्शकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
यह ४०% कर दर केवल आईपीएल जैसे फ्रेंचाइज़ी आधारित टूर्नामेंटों पर लागू होगी। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों पर यह भारी कर नहीं लगाया जाएगा। ऐसे आयोजनों के लिए ५०० रुपये तक की टिकट कीमत पहले की तरह जीएसटी से मुक्त रहेगी, जबकि ५०० रुपये से अधिक कीमत वाली टिकटों पर १८% टैक्स लगेगा।
जीएसटी परिषद ने बेटिंग, जुआ, लॉटरी, घुड़दौड़ और ऑनलाइन मनी गेमिंग जैसी गतिविधियों पर भी 40% टैक्स लगाने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि इस कदम से इन क्षेत्रों का कारोबार प्रभावित होगा, लेकिन सरकार के राजस्व में इजाफा होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि नए प्रावधानों से खेल जगत में दो तस्वीरें सामने आई हैं-एक तरफ आईपीएल जैसे आयोजन और महंगे होंगे, वहीं दूसरी तरफ मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं के लिए दर्शकों को राहत मिलेगी। हालांकि, लंबे समय में इसका असर दर्शकों की भागीदारी और बड़े आयोजनों की लोकप्रियता पर पड़ सकता है।
 
								



 
								

 
															 
                     
								 
								 
															 
								 
								 
								




