मेदांता द मेडिसिटी, गुरुग्राम के मेदांता इंस्टीट्यूट ऑफ मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर्स एंड ऑर्थोपेडिक्स के ग्रुप चेयरमैन डॉ. अशोक राजगोपाल ने ४०,००० घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी का आंकड़ा पार कर ऑर्थोपेडिक देखभाल में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है।
इस उपलब्धि ने मेदांता को ऑर्थोपेडिक उत्कृष्टता में अग्रणी बनाए रखने में मदद की है। डॉ. राजगोपाल के दशकों के अनुभव, अत्याधुनिक तकनीक और उनकी टीम के समर्पण ने किफायती और प्रभावी रोगी देखभाल को संभव बनाया।
मेदांता के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन ने इस उपलब्धि को सराहा और कहा, “डॉ. राजगोपाल की विशेषज्ञता और रोगियों के प्रति समर्पण ने हजारों लोगों के जीवन को बेहतर बनाया है।”
घुटने की समस्याएँ, विशेषकर ऑस्टियोआर्थराइटिस, भारत में विकलांगता और जीवन की गुणवत्ता में गिरावट के प्रमुख कारणों में से एक हैं। २०२५ तक लगभग ६ करोड़ भारतीय इससे प्रभावित होने का अनुमान है। घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी इस चुनौती का सबसे प्रभावी समाधान बनकर उभरी है।
डॉ. राजगोपाल ने कहा, “हम हर साल करीब १६००-१७०० घुटनों की सर्जरी करते हैं और 98% सफलता दर प्राप्त करते हैं। हमारी टीम ने ९५०० से अधिक रिवीजन सर्जरी और १५०० रोबोटिक-सहायता प्राप्त सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं। हमारा ध्यान सिर्फ शल्यचिकित्सा तक सीमित नहीं है, बल्कि रोगी शिक्षा और पुनर्वास पर भी है, जो दीर्घकालिक सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
मेदांता के समूह सीईओ पंकज साहनी ने कहा, “डॉ. राजगोपाल ने ऑर्थोपेडिक देखभाल में एक मानक स्थापित किया है, जो अन्य चिकित्सकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”