कोलकाता: सोमवार को कोलकाता में परिवहन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हो गई, जब दो नए मेट्रो सेक्शन यात्री सेवाओं के लिए शुरू हो गए। इनमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहली बार मेट्रो के जरिए सीधी रेल कनेक्टिविटी शामिल है। इस दौरान सोमवार को पहली बार यात्रा करनेवाले यात्री ने कहा कि वे कम किराये पर आसानी से एयरपोर्ट से ट्रेवल कर पा रहे हैं, जो कि शहर के परिवहन क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ट्रेन में सफर करनेवाले यात्री काफी उत्साहित नजर आए।
एयरपोर्ट तक पहुंच:
हवाई अड्डा प्राधिकरण यात्रियों के लिए मेट्रो से उड़ान तक की यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक व्यापक योजना बना रहा है। वर्तमान में जय हिंद बिमान स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को टर्मिनल के गेट १ए तक पहुंचने के लिए ८० मीटर लंबी टनल से गुजरना होगा, जिसमें वॉकलेटर और एस्केलेटर की सुविधा है। इसके बाद, यात्रियों को बाहरी लिफ्ट का उपयोग करके प्रस्थान स्तर तक पहुंचना होगा।
कोलकाता हवाई अड्डा निदेशक प्रबत रंजन ब्यूरिया ने बताया कि हम आगमन स्तर पर मेट्रो यात्रियों के लिए एयरलाइन चेक-इन काउंटर और सुरक्षा जांच क्षेत्र स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। ये चेक-इन काउंटर गेट 1ए और १बी के पास होंगे। ब्यूरिया ने कहा कि पंजीकृत सामान जमा करने के बाद यात्रियों के पास केवल हल्का सामान होगा, जससे एस्केलेटर का उपयोग आसान होगा।
भविष्य की संभावनाएं:
ऑरेंज लाइन वर्तमान में कवि सुभाष (न्यू गरिया) से रूबी तक संचालित होती है और सोमवार से यह बेलेघाटा तक विस्तारित हो गयी। इस लाइन का अंतिम लक्ष्य न्यू गरिया को साल्टलेक और न्यू टाउन के रास्ते एयरपोर्ट से जोड़ना है। एक मेट्रो अधिकारी ने बताया कि जय हिंद स्टेशन तीन से चार साल में पूरी तरह से चालू होगा। तब तक ऑरेंज लाइन और येलो लाइन इस स्टेशन पर मिल जाएंगी। इससे अधिक प्रत्यक्ष मार्ग उपलब्ध होंगे और यात्री संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है।
स्टेशन संचालन:
फिलहाल, जय हिंद स्टेशन न्यूनतम कर्मचारियों (प्रति आठ घंटे की पाली में लगभग छह लोग) के साथ संचालित हो रहा है। मेट्रो अधिकारी सभी कॉरिडोर में मानक हवाई अड्डा सामान के साथ यात्रियों को अनुमति देने की योजना बना रहे हैं। नई कनेक्टिविटी से पहले दिन से ही दम दम कैंटोन्मेंट (सियालदह-बनगांव रेलवे स्टेशन के पास) और जेसोर रोड पर तत्काल भीड़ हुई।