संजू सैमसन ने कोच गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार के प्रति आभार व्यक्त किया

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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन इन दिनों चर्चा में हैं। उनके आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी छोड़ने की चर्चा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने फ्रेंचाइजी को अपने फैसले की जानकारी दे दी है। ३० वर्षीय इस क्रिकेटर का आईपीएल करियर अभी भी चर्चा में है, लेकिन उनका अंतरराष्ट्रीय करियर, खासकर टी२० फॉर्मेट में, स्थिर हो गया है। वह पिछले कुछ समय से भारतीय टी२० टीम का हिस्सा हैं और कई रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। सैमसन ने इसका श्रेय अपने कप्तान गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव को दिया। अगले साल भारत और श्रीलंका में आईसीसी टी२० विश्व कप होना है और सैमसन उस टूर्नामेंट में भारतीय टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी होंगे। सैमसन ने एक कार्यक्रम में भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने पर अपनी राय रखी। वह लंबे समय से भारतीय टीम में चुने जा रहे थे, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल रही थी। हालांकि, २०२४ विश्व कप जीतने के बाद उनकी किस्मत बदल गई। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद टीम में दो जगह खाली थीं। सैमसन को रोहित की जगह ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्होंने पिछले साल बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच टी२० मैचों में तीन शतक जड़कर अपनी काबिलियत दिखाई। केरल के इस खिलाड़ी ने अब गंभीर और सूर्यकुमार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है। सैमसन ने कहा, बदलाव टी२० विश्व कप (२०२४) के बाद आया। गौतम गंभीर कोच बने और सूर्यकुमार कप्तान। मैं आंध्र के लिए दलीप ट्रॉफी खेल रहा था और सूर्यकुमार विरोधी टीम में थे। उन्होंने मुझसे कहा कि अच्छा मौका आ रहा है। सूर्यकुमार ने मुझसे कहा कि बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात टी२० अंतरराष्ट्रीय मैच हैं और वह मुझे सातों मैचों में ओपनिंग करने का मौका देंगे। सैमसन ने गंभीर से मिले समर्थन को भी याद किया। उन्होंने कहा, मैंने श्रीलंका में दो मैच खेले लेकिन रन नहीं बना सका। मैं ड्रेसिंग रूम में निराश था। उस समय कोच गंभीर ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ। मैंने उनसे कहा कि मैं निराश हूं कि लंबे समय के बाद मिले मौके का फायदा नहीं उठा सका। उस समय उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर मैं २१ बार शून्य रन पर आउट हो गया तो ही मुझे टीम से बाहर किया जाएगा। उनके समर्थन और विश्वास ने मेरा मनोबल बढ़ाया। कप्तान और कोच द्वारा दिखाए गए भरोसे ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। इससे मुझे मैदान पर जाकर अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली। सैमसन ने २०१५ में भारत के लिए पदार्पण किया था। इसके बाद वह २०२४ तक टीम में आते-जाते रहे, लेकिन पिछले साल से वह टी२० टीम के नियमित सदस्य बन गए। सैमसन ने अब तक भारत के लिए १६ वनडे और ४२ टी२० अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने १६ वनडे मैचों में ५६.६७ की औसत से ५१० रन बनाए हैं। इसमें ३ अर्धशतक और एक शतक शामिल है। इस प्रकार उन्होंने ४२ टी२० अंतरराष्ट्रीय मैचों में २५.३२ की औसत और १५२.३९ की स्ट्राइक रेट से ८६१ रन बनाए हैं। आईपीएल में इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने १७६ मैचों में २०.७५ की औसत और १३९.०५ की स्ट्राइक रेट से ४७०४ रन बनाए हैं, जिसमें १६ अर्धशतक और ३ शतक शामिल हैं।

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