जमैका: ऑस्ट्रेलिया ने किंग्स्टन, जमैका में इतिहास रच दिया। उन्होंने वेस्टइंडीज़ को दूसरी पारी में सिर्फ़ २७ रनों पर ढेर कर दिया, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी टीम का दूसरा सबसे कम स्कोर था। वेस्टइंडीज़ को जीत के लिए २०४ रनों का लक्ष्य मिला था। इस तरह, ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा टेस्ट मैच (दिन-रात्रि)१७६ रनों से जीत लिया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ भी ३-० से अपने नाम कर ली। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ का पहला टेस्ट मैच १५९ रनों से और दूसरा टेस्ट १३३ रनों से जीता। स्टार्क को प्लेयर ऑफ़ द मैच और सीरीज़ का पुरस्कार मिला। एक अन्य ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ स्कॉट बोलैंड ने भी वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में हैट्रिक ली। उन्होंने वेस्टइंडीज़ की पारी के १४वें ओवर की पहली तीन गेंदों पर जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ़ और जोमेल वारिक के विकेट लिए। टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के नाम है, जिसने १९५५ में ऑकलैंड में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में सिर्फ़ २६ रन बनाए थे। वेस्टइंडीज़ ९ विकेट पर २६ रन बनाकर उस रिकॉर्ड की बराबरी करने के करीब था, तभी एक मिसफ़ील्ड के कारण उसे १ रन बनाने का मौका मिल गया।
जीत के लिए २०४ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, वेस्टइंडीज़ की शुरुआत खराब रही और उसने बिना एक भी रन बनाए अपने पहले तीन विकेट गंवा दिए। दरअसल, स्टार्क ने पारी के पहले ही ओवर में तीन विकेट ले लिए। इसके बाद मेज़बान टीम को पारी को संभालने का कभी मौका नहीं मिला। वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में कप्तान रोस्टन चेज़ समेत सात बल्लेबाज़ शून्य पर आउट हुए। ग्रीव्स ने सर्वाधिक ११ रन बनाए। वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी सिर्फ़ १४.३ ओवर में समाप्त हो गई। यह मैच स्टार्क के लिए यादगार रहा, जो अपना १००वां टेस्ट मैच खेल रहे थे, क्योंकि उन्होंने वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में सिर्फ़ ९ रन देकर ६ विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए २२५ रन बनाए। इसके बाद वेस्टइंडीज ने १४३ रन बनाए, जिससे ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर ८२ रनों की बढ़त मिली। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में १२१ रन बनाए, जिससे वेस्टइंडीज को मैच जीतने के लिए २०२४ रनों का लक्ष्य मिला।