नई दिल्ली: आईपीएल २०२६ के फाइनल में मिली हार की यादें आज भी पंजाब किंग्स के बल्लेबाज नेहल वढेरा को सता रही हैं। पूरे सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले नेहल फाइनल में पंजाब को जीत नहीं दिला पाए। रोमांचक फाइनल में पंजाब को जीत के लिए १९१ रनों का लक्ष्य हासिल करना था। जवाब में पंजाब ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए, लेकिन शशांक सिंह की जुझारूपन ने पंजाब को अंत तक मुकाबले में बनाए रखा। शशांक ने आखिरी ओवर में ४ छक्के लगाए, लेकिन वे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को ट्रॉफी जीतने से नहीं रोक पाए। इस तरह पंजाब को महज ६ रनों से हार का सामना करना पड़ा। फाइनल में हारने के बाद नेहल वढेरा को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने १८ गेंदों में सिर्फ १५ रन बनाए। वे सिर्फ एक छक्का लगा पाए। अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण पंजाब रनरेट नहीं बढ़ा पाया। इस प्रदर्शन के लिए नेहल की काफी आलोचना हुई। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में नेहल ने हार के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया। २४ वर्षीय खिलाड़ी के अनुसार, अगर वह तेज गति से रन बनाते तो पंजाब ट्रॉफी जीत सकता था। उन्होंने कहा, “मैं आईपीएल २०२५ के फाइनल में हार के लिए खुद को जिम्मेदार मानता हूं। अगर मैं अच्छा खेलता तो टीम खिताब जीत सकती थी। टूर्नामेंट के अन्य मैचों में मैंने जरूरत पड़ने पर तेज गति से रन बनाए थे, लेकिन फाइनल में ऐसा नहीं हुआ। इस तरह मैं सीजन के सबसे अहम मैच में मनचाहा नतीजा हासिल नहीं कर सका।” गौरतलब है कि नेहल शुरुआत में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपने अच्छे प्रदर्शन से जल्द ही टीम में जगह बना ली। उन्होंने १६ पारियों में ३६९ रन बनाए।