मुंबई: दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच हेमंग बदानी ने इस सवाल का जवाब दिया है कि तमिलनाडु के तेज गेंदबाज टी नटराजन को आईपीएल २०२५ के सभी मैचों में क्यों नहीं खेलने दिया। बदानी के मुताबिक नटराजन को टीम से बाहर नहीं किया गया और फिटनेस के मुद्दों के कारण वह ज्यादातर मैचों में नहीं खेले। दिल्ली कैपिटल्स ने आईपीएल २०२५ में अपना अभियान १५ अंकों के साथ पांचवें स्थान पर समाप्त किया। टीम प्लेऑफ में पहुंचने में विफल रही, जिससे खिलाड़ी और प्रशंसक निराश थे। इस दौरान नटराजन का मैचों से नदारद रहना चर्चा का विषय बन गया। दिल्ली ने आईपीएल २०२५ की मेगा नीलामी में नटराजन को १०.७४ करोड़ रुपये में खरीदा। इससे वह केएल राहुल और मिशेल स्टार्क के बाद टीम के तीसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। भारी भरकम रकम में लाए जाने के बावजूद उन्हें आईपीएल के ज्यादातर मैचों में शुरुआती ग्यारह से बाहर रखा गया। नटराजन ने पूरे सीजन में सिर्फ दो मैच खेले। उन्हें गुजरात टाइटन्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ टीम में शामिल किया गया था। गुजरात के खिलाफ उन्हें कुछ सफलता मिली थी, जबकि सनराइजर्स के खिलाफ मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। नटराजन ने पूरे सीजन में सिर्फ 3 ओवर ही गेंदबाजी की। इससे उनकी अनुपस्थिति और टीम चयन पर सवाल उठे। तमिलनाडु प्रीमियर लीग के एक मैच की कमेंट्री कर रहे बदानी ने नटराजन को लेकर चल रही अफवाहों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “हम ११ करोड़ रुपये खर्च करने के बाद किसी खिलाड़ी को बेंच पर क्यों बैठा सकते हैं? हमने नटराजन को खास तौर पर मिडिल और डेथ ओवरों के लिए खरीदा था। दुर्भाग्य से चोट से उबरने के बाद भी वह १०० फीसदी फिटनेस हासिल नहीं कर सके और पूरे सीजन चोटों से जूझते रहे। इसलिए टीम उन्हें खेलने के लिए मजबूर करने का जोखिम नहीं उठाना चाहती थी। हमने उनकी सेहत को प्राथमिकता दी।” गौरतलब है कि अक्षर पटेल की कप्तानी में दिल्ली ने आईपीएल २०२५ में अपने पहले ८ मैचों में से ६ जीते लेकिन बाद में सिर्फ एक मैच ही जीत सकी। नटराजन ने २०२१ में ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीत के दौरान सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। उन्होंने भारत के लिए अब तक १ टेस्ट, २ वनडे और ४ टी२० मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल १३ विकेट लिए हैं।