नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर ने दावा किया है कि एमएस धोनी की मौजूदगी रुतुराज गायकवाड़ को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में कप्तान के रूप में विकसित होने से रोक रही है। बांगड़ ने यह राय पिछले रविवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ चेन्नई के सीजन के अंतिम मैच के दौरान व्यक्त की। बांगर के अनुसार, न केवल रुतुराज बल्कि रवींद्र जडेजा भी धोनी की छाया में एक नेता के रूप में विकसित होने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि धोनी की उपस्थिति अन्य खिलाड़ियों को नेतृत्वकर्ता के रूप में विकसित होने से रोक रही है। इसके साथ ही बांगर ने यह भी दावा किया कि रुतुराज और जडेजा धोनी की मानसिकता की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, रुतुराज और जडेजा हमेशा धोनी की छाया में रहे और अपनी अलग छवि नहीं बना सके। जब भी उन्होंने धोनी की मानसिकता की नकल करने की कोशिश की, उन्होंने विकास के अवसर गंवा दिए। धोनी की मौजूदगी टीम में एक नए नेता के उभरने में बाधा बन रही है।
बांगर का यह बयान काफी हद तक सही भी है, क्योंकि जहां एक ओर सीएसके प्रबंधन अपनी टीम में नए कप्तान को लाने की कोशिश कर रहा है, वहीं दुर्भाग्य से उस खिलाड़ी को धोनी की छाया से बाहर निकलने का मौका नहीं मिल रहा है। मैच के दौरान कप्तान कोई भी हो, धोनी के प्रभाव के कारण उसे कप्तान के रूप में विकसित होने का मौका नहीं मिलता। इस बार भी टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा और वह प्लेऑफ की दौड़ से सबसे पहले बाहर हो गई। इस सीज़न में सीएसके अंक तालिका में दसवें और अंतिम स्थान पर रही, जिससे यह आईपीएल इतिहास में उनका सबसे खराब सीज़न रहा। इससे पहले सीएसके कभी भी नौवें स्थान से नीचे नहीं गिरी थी।