नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका तीन दशकों में पहली बार परमाणु हथियारों का परीक्षण फिर से शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह परीक्षण रूस और चीन के समान स्तर पर होगा।
ट्रंप ने यह घोषणा गुरुवार को दक्षिण कोरिया में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात से कुछ मिनट पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर की। अमेरिकी सेना पहले से ही परमाणु मिसाइलों का परीक्षण करती रही है, लेकिन १९९२ से अमेरिका ने परमाणु विस्फोट परीक्षणों पर रोक लगा रखी है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अन्य देश हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं, इसलिए अमेरिका को भी समान स्तर पर परीक्षण शुरू करना आवश्यक है। उन्होंने यह नहीं बताया कि वे किन देशों की बात कर रहे हैं, लेकिन उनका बयान शीत युद्ध जैसी परमाणु होड़ की याद दिलाता है।
व्हाइट हाउस ने इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के पेंटागन अधिकारियों ने भी इस पर टिप्पणी नहीं की।
 
								



 
								

 
															 
                     
								 
								 
															 
								 
								 
								




