नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकवाद विश्व शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है। मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में २२वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता जरूरी है।
मोदी ने क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक विकास तथा आतंकवाद सहित विभिन्न मुद्दों पर सहयोग को और बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। मोदी ने कहा कि भारत और आसियान दुनिया की लगभग एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा, “हम न केवल भौगोलिक रूप से जुड़े हुए हैं, बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझा मूल्यों से भी बंधे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम वैश्विक दक्षिण के सहयात्री हैं। हम केवल व्यापारिक साझेदार ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का आधार है। भारत ने हमेशा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आसियान की केंद्रीयता और आसियान के दृष्टिकोण का पूरा समर्थन किया है।”
मोदी ने कहा कि भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी इस अनिश्चित समय में लगातार प्रगति कर रही है। उन्होंने कहा, “हमारी मज़बूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास की मज़बूत नींव है।”
“इस वर्ष के आसियान शिखर सम्मेलन का विषय ‘समावेशीपन और स्थिरता’ है। यह विषय हमारे संयुक्त प्रयासों में स्पष्ट दिखाई देता है। चाहे वह डिजिटल समावेशन हो या मौजूदा वैश्विक चुनौतियों के बीच खाद्य सुरक्षा और सतत आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करना। भारत इन प्राथमिकताओं का पूरा समर्थन करता है और साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”
यह कहते हुए कि भारत हर संकट में अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है, उन्होंने कहा, “एचएडीआर (मानवीय सहायता और राहत), समुद्री सुरक्षा और नीली अर्थव्यवस्था में हमारा सहयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। इस संदर्भ में, हम २०२६को ‘भारत-आसियान समुद्री सहयोग वर्ष’ घोषित कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा, पर्यटन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा और साइबर सुरक्षा में सहयोग को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “२१वीं सदी हमारी सदी है। भारत और आसियान की सदी। मुझे पूरा विश्वास है कि आसियान कम्युनिटी विज़न २०४५ और विकसित भारत २०४७ के लक्ष्य समस्त मानवता के लिए उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेंगे। भारत आप सभी के साथ मिलकर इस दिशा में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”










