काठमांडू: नेपाली कांग्रेस के नेता कृष्णप्रसाद सिटौला ने संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित ‘मौजूदा संविधान और इसके चुनौती’ विषयक संवाद में सभी से राष्ट्रीय एकता बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में भावनात्मक एकता ही राष्ट्र की सुरक्षा कवच है और संविधान के खिलाफ कोई भी कार्य अस्वीकार्य होगा।
सिटौला ने कहा, “भावनात्मक रूप से एक होना जरूरी है। जनता की सर्वोच्चता को सुरक्षित रखने के लिए सकारात्मक माहौल बनाएं। राष्ट्रीय एकता ही स्थायित्व का आधार है।”
कांग्रेस नेता शशांक कोइराला ने संविधान को कमजोर करने वाले किसी भी कदम को अस्वीकार्य बताया और हाल की घटनाओं जैसे ‘जेनजी आन्दोलन’ की समीक्षा संयमित रूप से करने की जरूरत पर जोर दिया।
केन्द्रीय सदस्य पुष्पा भुसाल ने कहा कि समाज की मांगों के अनुरूप संविधान संशोधन आवश्यक है। पूर्वमंत्री रामचन्द्र अधिकारी, नेपाल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयप्रसाद मिश्र और अन्य नेताओं ने संविधान कार्यान्वयन में हुई चूक पर टिप्पणी करते हुए अब जिम्मेदारी से आगे बढ़ने की आवश्यकता बताई।
प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हरिबोल भट्टराई ने लोकतंत्र को मजबूत करने और संविधान की रक्षा के लिए सभी को एकजुट रहने का आह्वान किया।