दुर्गा पूजा में बच्चों को ना खिलायें बाहर का खाना
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा में अब कुछ ही दिन रह गये हैं। इसी बीच, महानगर में लगभग हर घर में बड़े या बच्चों में वायरल फीवर फैला हुआ है। बच्चों में वायरल फीवर के कारण स्कूलों में भी उपस्थिति कम हो गयी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स सलाह दे रहे हैं कि पण्डाल हॉपिंग के समय बच्चों का विशेष ध्यान रखें और बाहर का खाना उन्हें खिलाने से परहेज करें।
कई तरह के वायरल फैले बच्चों में:
पीयरलेस अस्पताल में कंसल्टेंट पेडियाट्रिशियन, पीकू इनचार्ज डॉ. सहेली दासगुप्ता ने कहा, ‘वायरल में इंफ्लुएंजा, पैरा इंफ्लुएंजा, मेटा वायरस, एडिनोवायरस के काफी मामले आ रहे हैं। पीकू में भी काफी बच्चे भर्ती हो रहे हैं।’ डॉक्टर का कहना है कि संक्रमण को रोकने के लिए बच्चों का हाइजीन मेंटेन करें। बच्चे की उम्र ५ साल से अधिक है तो एस्थमा रहने पर मास्क पहनायें। तेज बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लेकर एंटी बायोटिक्स दवाएं दें। अत्यधिक तेज बुखार होने, पेशाब ना आने और सांस लेने में दिक्कत होने पर अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता हो सकती है।
मौसम में उतार-चढ़ाव ने बढ़ायी परेशानी:
दिसन अस्पताल में पेडियाट्रिक्स एण्ड पेडियाट्रिक क्रिटिकल केयर हेड डॉ. विचित्रभानु सरकार ने बताया, ‘मौसम में अचानक उतार-चढ़ाव ने परेशानी बढ़ा दी है। गर्मी से बच्चों को सीधे ए.सी. में ले जाना भी उनमें बुखार के मामले बढ़ा रहा है। काफी मामलों में पैरासिटामोल से बुखार नियंत्रण में आ जाता है। ३ दिनों से अधिक बुखार है तो डेंगू व अन्य संक्रमण के टेस्ट की आवश्यकता होती है। अभिभावकों को यह देखना होगा कि बच्चा ठीक से हाइड्रेटेड रहे।’
बुखार के साथ आ रहे सर्दी, जुकाम के मामले:
बुखार के साथ सर्दी, जुकाम के मामले भी काफी आ रहे हैं। वुडलैंड्स मल्टिस्पेशियलिटी हॉस्पिटल लि. की कंसल्टेंट पेडियाट्रिक्स डॉ. क्रुष्णा चंद्रा दास ने कहा, ‘पेडियाट्रिक वायरल काफी बढ़ा है। कुछ हालातों में सांस लेने में तकलीफ भी देखी जा रही है। इसके साथ इंफ्लुएंजा, एडिनोवायरस, आरएसवी, राइनोवायरस और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले आ रहे हैं। ये बीमारी ५ से ७ दिनों तक रह रही है जो विशेषकर ६ महीने से १० साल तक के बच्चों में देखी जा रही है। इस सीजन में हम डेंगू के लिए तैयार होते हैं, लेकिन इस साल नमी की अधिकता ने हवाजनित वायरस को तेजी से फैला दिया है।’
हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह:
बच्चों को हाइड्रेटेड रखें, घर का खाना खिलायें, पैकेज्ड स्नैक्स ना दें। नींद पूरी होने दें, शुगर वाले ड्रिंक्स ना पीने दें, पूजा में भी बहुत ज्यादा भीड़भाड़ वाले स्थानों में ना जायें, बच्चे को एस्थमा है तो इनहेलर साथ रखें और मास्क पहनाकर ले जायें, अधिक से अधिक पानी और फल व सब्जियां दें, फ्लू वैक्सीन लगवायें।