न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि रूस पर प्रतिबंध तभी लगाए जाएँगे जब नाटो देश कुछ शर्तें पूरी करेंगे।
ट्रंप की एक शर्त है कि नाटो देश रूसी तेल खरीदना बंद कर दें। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने को तैयार हूँ। लेकिन नाटो देशों को मेरी शर्तें माननी होंगी और उन्हें लागू करना होगा।”
ट्रंप ने बार-बार रूस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की धमकी दी है। लेकिन रूस ने उनकी समयसीमा और चेतावनियों को नज़रअंदाज़ किया है। इसी तरह, ट्रंप ने अब तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है।
ट्रंप ने कहा कि चीन द्वारा रूसी तेल खरीदना चौंकाने वाला है। उन्होंने सुझाव दिया कि नाटो को चीन पर ५० से १०० प्रतिशत तक सीमा शुल्क लगाना चाहिए। उनका दावा है कि इससे रूस पर चीन की मज़बूत पकड़ कमज़ोर हो जाएगी।
उन्होंने आगे लिखा, “यह आश्चर्यजनक है कि कुछ देश रूसी तेल खरीद रहे हैं। इससे रूस के साथ बातचीत और सौदेबाजी काफ़ी कमज़ोर हो जाती है।”
ट्रंप ने दावा किया कि चीन पर भारी टैरिफ लगाने और रूसी ऊर्जा खरीद को रोकने से युद्ध को समाप्त करने में मदद मिलेगी।
चीन और भारत रूस के सबसे बड़े ऊर्जा खरीदार हैं। ट्रंप ने भारत पर ५० प्रतिशत टैरिफ लगाया है। उनका तर्क है कि इससे रूस पर यूक्रेन में युद्ध रोकने का दबाव बन सकता है।
चीन और भारत के अलावा, यूरोपीय देशों सहित नाटो के सदस्य देश भी रूस से बड़ी मात्रा में ऊर्जा खरीदते हैं।