६ महीने बाद चुनाव की घोषणा
नेत्र विक्रम बिमली, काठमाडौँ: नेपाल में राजनीतिक संकट के बीच पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, सेना तथा ‘जेन-जी’ प्रतिनिधियों के बीच ४८ घंटे चली गहन बातचीत के बाद उनके नाम पर सहमति बनी।
राष्ट्रपति पौडेल ने उन्हें संविधान के अनुच्छेद ६१ के तहत शपथ दिलाई। यह अनुच्छेद राष्ट्रपति को संविधान की रक्षा की शक्ति देता है, हालांकि प्रधानमंत्री की नियुक्ति प्रावधान सामान्यतः अनुच्छेद ७६ में है। इसके साथ ही संसद को भंग कर दिया गया और ५ मार्च २०२६ को आम चुनाव कराने का निर्णय लिया गया।
कार्की ने स्पष्ट किया कि कैबिनेट में किसी अन्य मंत्री को शामिल नहीं किया जाएगा, न ही आंदोलनकारियों को सरकार में कोई भूमिका दी जाएगी।
इस बीच, देशभर में जारी हिंसा में अब तक ५१ लोगों की मौत हो चुकी है और १७०० से अधिक घायल हैं। केवल पांचवें दिन ही १७ मौतें दर्ज की गईं। होटल उद्योग को अब तक २५ अरब नेपाली रुपये (लगभग १६ अरब भारतीय रुपये) का नुकसान हुआ है।
भारत ने विशेष उड़ानों से नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। आंध्र प्रदेश के १४० लोग सुरक्षित लौटे, जबकि दिल्ली–काठमांडू बस नेपाल में फंसी हुई है।